युवक की संदिग्ध हालात में मौत, पुलिस हत्या या आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी
मडिहान सीएचसी पर रोते बिलखते परिजन।


— पत्नी की भूमिका पर उठे सवाल, चार माह पूर्व हुई थी शादी, आए दिन होते थे विवाद

मीरजापुर, 31 जुलाई (हि.स.)। मड़िहान थाना क्षेत्र के रैकरा गांव में गुरुवार को 20 वर्षीय युवक बाबुनंदन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गले पर रस्सी के दबाव के निशान और मौके की स्थिति को देखते हुए यह साफ नहीं हो सका है कि मामला हत्या का है या आत्महत्या का। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है, जबकि पत्नी सरिता की भूमिका को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

गुरुवार दोपहर बाबूनंदन अपने घर पर था, तभी उसके बड़े भाई के बेटे ने शोर मचाया। शोर सुनकर चचेरा भाई राजू अंदर पहुंचा तो देखा कि बाबूनंदन औंधे मुंह जमीन पर पड़ा है। आनन-फानन में वह एक पड़ोसी के साथ बाइक से उसे लेकर पहले गांव के निजी चिकित्सक के पास गया, जहां से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मड़िहान रेफर कर दिया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मड़िहान पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि मामला आत्महत्या का है या हत्या का। हालांकि परिस्थितिजन्य साक्ष्य, पत्नी की संदिग्ध चुप्पी और अतीत के विवाद हत्या की आशंका को बल दे रहे हैं।

गले पर रस्सी से दबाव के निशान, डॉक्टर बोले- पहले ही हो चुकी थी मौत

सीएचसी मड़िहान के चिकित्सक डॉ. राधेश्याम वर्मा ने बताया कि बाबुनंदन के गले पर रस्सी से दबाव के स्पष्ट निशान हैं। प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि युवक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी, अस्पताल लाते वक्त वह मृत अवस्था में था। इससे पुलिस की जांच की दिशा हत्या और आत्महत्या दोनों कोणों की ओर मुड़ गई है।

चार महीने पहले हुई थी शादी, अक्सर होता था विवाद

मृतक बाबूनंदन की शादी चार महीने पहले मड़िहान थाना क्षेत्र के बभनी थपनवा गांव की सरिता से हुई थी। स्थानीय लोगों और मृतक की भाभी के अनुसार, शादी के कुछ दिन बाद से ही पति-पत्नी के बीच अनबन रहने लगी थी। आए दिन झगड़े होते थे, जिनमें अक्सर बात मारपीट तक पहुंच जाती थी। कुछ सप्ताह पहले हुए विवाद में सरिता ने बाबूनंदन के हाथ पर डंडे से वार कर दिया था, जिससे उसका हाथ टूट गया था।

घटना के वक्त पत्नी मोबाइल में व्यस्त, मौत के बाद अस्पताल भी नहीं पहुंची

मृतक के चचेरे भाई राजू के अनुसार, घटना के वक्त सरिता मोबाइल में व्यस्त थी और बाबूनंदन औंधे मुंह गिरा हुआ था। इस बात को लेकर भी लोगों में हैरानी है कि जब घर में ऐसी गंभीर स्थिति थी, तो पत्नी ने किसी को सूचना क्यों नहीं दी। इतना ही नहीं, पति की मौत की सूचना मिलने के बावजूद वह अस्पताल भी नहीं पहुंची। पुलिस को उसकी इस हरकत पर संदेह है और पूछताछ का दायरा बढ़ाया जा रहा है।

भाई नासिक में करता है मजदूरी, मां-पिता की पहले हो चुकी है मौत

मृतक के चचेरे भाई रवि ने बताया कि बाबूनंदन के पिता दीना की मृत्यु पांच वर्ष पूर्व और मां बेचनी की मृत्यु चार साल पहले बीमारी के कारण हो चुकी थी। घर में वह अपने भाई सुवास, भाभी सीमा और पत्नी सरिता के साथ रहता था। भाई सुवास रोज़गार के लिए नासिक में रहकर मजदूरी करता है।

थाना प्रभारी ने बताया कि शव काे पाेस्टमार्टम भेजते हुए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा