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मीरजापुर, 1 अगस्त (हि.स.)। गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और अब यह चेतावनी स्तर के बेहद करीब पहुंच चुका है। शुक्रवार को एसडीएम सदर गुलाब चंद ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन को सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए।
गंगा का जलस्तर इस समय ओझला पुल के पास 76.05 मीटर दर्ज किया गया है, जो कि चेतावनी स्तर 76.724 मीटर से केवल कुछ ही सेंटीमीटर नीचे है। जलस्तर 5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। बीते चार घंटों में पानी में 20 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है।
गांवों में बढ़ी चिंता, घरों में घुसने लगा पानी
नदी किनारे बसे गांवों में तेजी से बढ़ते जलस्तर से ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार पानी कहीं ज्यादा तेजी से चढ़ रहा है। यदि यही स्थिति बनी रही तो कुछ ही घंटों में कई घर जलमग्न हो सकते हैं।
प्रशासन सतर्क, राहत चौकियां सक्रिय
निरीक्षण के दौरान एसडीएम गुलाब चंद ने बाढ़ राहत चौकियों को सक्रिय करने, नावों की व्यवस्था करने तथा निचले इलाकों में चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनमानस की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। गंगा का जलस्तर लगातार मॉनिटर किया जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर त्वरित राहत और बचाव कार्य शुरू किए जाएंगे।
जिला प्रशासन ने नगर पालिका और सिंचाई विभाग को भी अलर्ट पर रखा है और जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें तथा किसी भी आपात स्थिति में तत्काल संबंधित विभाग से संपर्क करें।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा