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कानपुर, 30 जुलाई (हि.स.)। किसी भी महिला के खिलाफ अगर कोई व्यक्ति अभद्र, अनर्गल अथवा आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करता है तो यह न केवल महिला की गरिमा पर प्रहार है, बल्कि यह समूचे सभ्य समाज के मूल्यों के खिलाफ है। ऐसे मामलों में निष्पक्षता और गंभीरता से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। यह बातें बुधवार को कानपुर में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम द्विवेदी ने कही।
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम द्विवेदी ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव पर सार्वजनिक मंच (टीवी चैनल की बहस) के दौरान ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी द्वारा की गई अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणी को आयोग ने गंभीरता से संज्ञान में लिया है। महिला सांसद के विरुद्ध इस प्रकार की घृणित मानसिकता का प्रदर्शन सभ्य समाज में अस्वीकार्य है। सार्वजनिक मंचों पर बैठकर इस प्रकार की भाषा बोलना न केवल महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाता है, बल्कि कानून व्यवस्था के लिए भी चुनौती है।
राज्य महिला आयोग शीघ्र ही मौलाना साजिद रशीदी को नोटिस जारी कर तलब करेगा तथा उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। इस मामले में आवश्यकतानुसार कानूनी सलाह भी ली जाएगी और संबंधित विभागों से समन्वय कर उचित कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
पूनम द्विवेदी ने यह भी स्पष्ट किया कि महिला सांसद का अपमान किसी एक दल की नहीं, बल्कि समूची नारी शक्ति और लोकतांत्रिक गरिमा का अपमान है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप