किसानाें की आय दुगुनी में अहम याेगदान दे रहा पशुधन : धर्मपाल सिंह
पशुधन एवं दुग्ध विकास तथा राजनैतिक पेंशन विभाग के मंत्री धर्मपाल सिंह ने सर्किट हाउस में की बैठक,दिए निर्देश*


पशुधन एवं दुग्ध विकास तथा राजनैतिक पेंशन विभाग के मंत्री धर्मपाल सिंह ने सर्किट हाउस में की बैठक,दिए निर्देश*


पशुधन एवं दुग्ध विकास तथा राजनैतिक पेंशन विभाग के मंत्री धर्मपाल सिंह ने सर्किट हाउस में की बैठक,दिए निर्देश*


गोरखपुर, 30 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश सरकार के पशुधन एवं दुग्ध विकास तथा राजनैतिक पेंशन विभाग के मंत्री धर्मपाल सिंह ने बुधवार केा सर्किट हाउस स्थित एनेक्सी भवन सभागार में गोरखपुर मंडल के सभी जनपदों के पंचायतीराज, ग्राम्य विकास एवं पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मंत्री ने सभी जनपदों में गौशालाओं, बृहद गौ संरक्षण केंद्रों की अद्यतन संख्या, निराश्रित गौवंशों की संख्या, गोचर भूमि के कब्जामुक्त की प्रगति की स्थिति, पशु टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान की प्रगति आदि की समीक्षा की। साथ ही विभाग की विभिन्न योजनाओं यथा नंदिनी कृषक समृद्धि योजना, मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री स्वदेशी गो संवर्धन योजना, मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना आदि के अद्यतन प्रगति की समीक्षा की एवं संबंधित सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा भी निर्देश दिए।

इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किसानों की आय दोगुनी करने का जो लक्ष्य रखा है, उसमें सबसे बड़ा योगदान पशुधन ही दे रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं एवं नीतियों के माध्यम से पशुपालन पर जोर देकर किसानों की आय में वृद्धि करने का हर संभव कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 की 20वीं पशु गणना के अनुसार प्रदेश में 190.20 लाख गोवंश, 330.17 लाख महिष वंश, 9.85 लाख भेड़, 144.80 लाख बकरी एवं 4.09 लाख सूकर हैं। वर्ष 2023-24 में प्रदेश में 387.79 लाख मैट्रिक टन दुग्ध उत्पादन हुआ। इसी समयावधि में प्रदेश में 589.48 करोड़ अंडा का भी उत्पादन हुआ। बैठक के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2024- 25 में प्रदेश में 1705.6 लाख टीकाकरण के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 1648.89 लाख टीकाकरण हो चुके हैं। प्रदेश में अभियान चलाकर 11952.62 हेक्टेयर गोचर भूमि को कब्जा मुक्त किया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा पशुओं के भरण पोषण हेतु रू0-50 प्रतिदिन प्रति गोवंश की दर से डीबीटी के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2024-25 में 2040.835 करोड़ की धनराशि का भुगतान किया गया। वित्तीय वर्ष 2024-2025 में प्रदेश में 238.20 लाख कृत्रिम गर्भाधान किए गए। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा स्वदेशी गोवंशों के संवर्धन, संरक्षण एवं नस्ल सुधार हेतु नंद बाबा दुग्ध मिशन के अंतर्गत संचालित योजनाओं के अंतर्गत किसानों को विभिन्न प्रकार के अनुदान दिए जा रहे हैं।

बैठक में शासन की विभिन्न कार्यों की जानकारी देने के पश्चात पशुधन मंत्री ने पशुधन विभाग एवं अन्य संबंधित विभाग कि अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा की मंडल के सभी निराश्रित गौ संरक्षण केंद्रों पर पर्याप्त चारा, पानी, प्रकाश एवं बरसात से बचाव के साधन आदि पूरी तरह से सुनिश्चित किए जाएं। इन केन्द्रों पर किसी भी प्रकार के जलजमाव न होने पाये। इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि पशुओं से संचारी रोगों पर नियंत्रण हेतु व्यापक प्रचार प्रसार करें और पशुपालकों के बुलाने पर तुरंत पहुंचकर पशुओं इलाज करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों में स्थित गौशालाओं में बाढ़ पूर्व सभी तैयारी सुनिश्चित कर ली जाये और बाढ़ की स्थिति को ध्यान में रखते हुए एक निश्चित बचाव केंद्र का चयन कर लें। मंत्री ने निर्देश दिया कि किसानों को नंदिनी कृषक समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री स्वदेशी गो संवर्धन योजना आदि योजनाओं में अधिक से अधिक किसानों को लाभ दिलाने का प्रयास करें। पशुओं के इयर टैगिंग एवं टीकाकरण के कार्य को निरंतर आगे बढ़ाते रहें। उन्होंने निर्देश दिया कि स्वदेशी गोवंशों के नस्ल सुधार हेतु सभी पशुचिकित्सा अधिकारी किसानों के बीच जाएं और उनको इसके फायदे के बारे में अवगत कराएं। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज हमें नस्ल सुधार के लिए अत्यधिक काम करने की आवश्यकता है। बैठक में मंत्री ने मण्डल में पशुधन विकास से सम्बंधित सभी निर्माण कार्यों को समय पर पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने लघु पशु पालन जैसे बकरी पालन, भेड़ पालन, कुक्कुट पालन आदि में व्यापक वृद्धि के लिए तेजी से कार्य करने के लिए निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि खेती और पशु एक दूसरे के पूरक है। गौशालाओं को समाजिक गतिविधियों से जोड़ने का प्रयास करें और लोगों को इसके लिए जागरूक करें। गौशालाओं के संबंध में मंत्री ने निर्देश दिया कि सभी गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करें। गौशालाओं से निकले गोबर को खाद में परिवर्तित कर तथा उनसे प्राप्त दुग्ध से अन्य उत्पाद बनाकर बिक्री करेंगे तो वे आत्मनिर्भता को प्राप्त कर सकते हैं। बैठक में महापौर मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, विधायक महेंद्र पाल सिंह के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय