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नागरिक अस्पताल के आगे लगाया जाम, पुलिस के खिलाफ नारेबाजी
पुलिस ने चेताया, कानून हाथ में लेने व तोड़फोड़ करने वालों पर होगी कार्रवाई
हिसार, 30 जुलाई (हि.स.)। मादक पदार्थ अधिनियम के तहत पुलिस को वांछित युवती
की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि युवती ने पकड़े
जाने के भय से स्मैक, चिट्टा या कोई अन्य नशीला पदार्थ निगल लिया था, जिससे उसकी हालत
बिगड़ गई। उसे परिजन व आसपास के लोगों ने निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां बुधवार
को उसकी मौत हो गई। युवती की मौत से गुस्साए परिजनों ने निजी अस्पताल की खिड़की के
शीशे तोड़ डाले और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। निजी अस्पताल स्टाफ ने पुलिस को बुलाया
तो परिजनों व पुलिस के बीच भी नोंकझोंक हुई। बताया जा रहा है कि गुस्साए परिजनों ने
पुलिस की गाड़ी का भी शीशा तोड़ दिया।
परिजनों का आरोप था कि युवती ने पुलिस के डर से कोई नशीला पदार्थ निगला है,
जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। उन्होंने पुलिस पर परेशान करने का भी आरोप जड़ा।
परिजनों
ने बताया कि डाक्टरों ने इलाज में लापरवाही बरती है, जिससे उसकी मौत हो गई। उनका गुस्सा
इस बात को लेकर भी था कि निजी अस्पताल के स्टाफ ने मृतका का शव उनको देने की बजाय पुलिस
को दे दिया, जो गलत है।
पुलिस ने वहां से शव लेकर नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के
लिए भिजवा दिया। इस पर सेक्टर 15 स्थित निजी अस्पताल में काफी देर तक हंगामा होता रहा।
मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें किसी तरह शांत किया लेकिन इस दौरान परिजनों ने अस्पताल
में तोड़फोड़ कर डाली। आरोप है कि उन्होंने आसीयू में भी घुसने का प्रयास किया।
पुलिस द्वारा युवती के शव को नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाए
जाने से गुस्साए परिजन भी नागरिक अस्पताल पहुंच गए। वे नागरिक अस्पताल के मुख्य द्वार
पर एकत्रित हो गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जाम लगा दिया।
मौके पर पहुंची
पुलिस ने कई देर तक जाम खुलवाने का प्रयास किया लेकिन जब वे नहीं माने तो कुछ लोगों
को हिरासत में लेकर जाम खुलवा दिया। बाद में भीम आर्मी नेताओं व अन्य परिजनों ने नागरिक
अस्पताल में इस मसले पर बैठक भी की।
उधर, पुलिस का कहना है कि पड़ाव चौकी पुलिस टीम ने विकास नगर क्षेत्र में नाकाबंदी
के दौरान एक व्यक्ति दिल्ली के नांगलोई निवासी राजा को काबू करके उससे 5.08 ग्राम हेरोइन
बरामद की थी। पूछताछ के दौरान आरोपी राजा ने खुलासा किया कि उसने यह नशीला पदार्थ शहर की अंबेडकर बस्ती निवासी एक युवती पूनम उर्फ पोना पुत्री वेदप्रकाश से
12 हजार रुपये में खरीदा था। इस पर पुलिस ने आरोपी महिला की गिरफ्तारी के लिए आरोपी राजा
को साथ लेकर छापा मारा गया तो राजा ने उक्त युवती की पहचान बता दी। इसी दौरान पुलिस
को देखकर उस युवती ने अपने हाथ में ली हुई कोई चीज निगल ली, जिसके कारण उसकी हालत बिगड़
गई। आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि यह लड़की पूनम नशीला पदार्थ बेचने का काम करती है
और इसने पुलिस को देखकर नशीला पदार्थ चिट्टा या स्मैक निगल लिया है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर