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बरेली, 30 जुलाई (हि.स.) । चौपुला चौराहा स्थित कपूर ट्रैवल्स एजेंसी की बस में परिचालक के पद पर कार्यरत श्यामबाबू की ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि हालत गंभीर देख बस चालक उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल तो लेकर गया, लेकिन भर्ती कराए बिना ही वहां से भाग निकला। इसके बाद परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन बुधवार शाम इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद नाराज परिजनों ने कपूर ट्रैवल्स एजेंसी के बाहर जमकर हंगामा किया और एजेंसी प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
इफ्को फैक्ट्री के पास बिगड़ी तबीयत
मूलरूप से जसौली, थाना किला निवासी 42 वर्षीय कल्लू उर्फ श्यामबाबू पिछले करीब 15 वर्षों से कपूर ट्रैवल्स में बस परिचालक के पद पर कार्यरत था। मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे जब बस इफ्को फैक्ट्री के पास पहुंची, तभी उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। चालक उसे जिला अस्पताल ले गया, लेकिन बिना किसी को जानकारी दिए और बिना भर्ती कराए लौट गया।
पत्नी और तीन बच्चों का अकेला सहारा था श्यामबाबू
परिजनों को जैसे-तैसे घटना की जानकारी हुई, तो वह अस्पताल पहुंचे और श्यामबाबू को भर्ती कराया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। बुधवार शाम करीब 5 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मृतक के भांजे मनोज ने बताया कि श्यामबाबू ही परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनके पीछे पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं।
परिजन बोले– समय से इलाज मिलता तो बच जाती जान
श्यामबाबू की मौत के बाद परिजन भड़क गए और कपूर ट्रैवल्स एजेंसी के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप है कि यदि समय पर एजेंसी प्रबंधन ने जिम्मेदारी निभाई होती और इलाज शुरू कराया होता, तो श्यामबाबू की जान बचाई जा सकती थी।
जांच की मांग, पोस्टमार्टम से इंकार
परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और एजेंसी संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
कोतवाली इंस्पेक्टर अमित कुमार पांडे का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। परिजनों की तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार