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रियासी, 30 जुलाई (हि.स.)। सामाजिक जागरूकता और सामुदायिक कल्याण को बढ़ावा देने के अपने निरंतर प्रयासों में भारतीय सेना ने जिले में एलसीएचएनआई के दूरदराज के स्थान पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग और इसके हानिकारक प्रभावों पर एक जानकारीपूर्ण व्याख्यान दिया।
व्याख्यान का उद्देश्य स्थानीय युवाओं और समुदाय के सदस्यों को व्यक्तियों, परिवारों और समाज पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग के विनाशकारी प्रभाव को शिक्षित करना था। मादक द्रव्यों के सेवन के शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक परिणामों और एक स्वस्थ, अनुशासित जीवन शैली का नेतृत्व करने के महत्व पर जोर दिया गया। स्थानीय ग्रामीणों, स्कूल के छात्रों, शिक्षकों और सामुदायिक बुजुर्गों ने बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में भाग लिया और चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लिया।
सत्र में एक इंटरैक्टिव क्यू एंड ए सेगमेंट भी शामिल था जहां उपस्थित लोगों ने इस क्षेत्र में दवा से संबंधित चुनौतियों के बारे में अपनी चिंताओं और सुझावों को साझा किया। भारतीय सेना अपनी चल रही आउटरीच पहलों के तहत प्रमुख सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने और सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय आबादी के साथ मिलकर काम करती रहती है। निवासियों द्वारा प्रयासों की बहुत सराहना की गई जिन्होंने सेना की प्रतिबद्धता के लिए अपना आभार व्यक्त किया जो दूरदराज के और अंडरस्क्राइब्ड क्षेत्रों में लोगों की भलाई के लिए प्रतिबद्धता के लिए प्रयासरत है।
ऑपरेशन सादभवन के तहत इस तरह की पहल भारतीय सेना के संचालन को अपने परिचालन कर्तव्यों से परे विशेष रूप से इचनी जैसे दूर-दराज के क्षेत्रों में राष्ट्र-निर्माण में योगदान करने के संकल्प को दर्शाती है।
हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह