बिहार के भागलपुर में पुलिसकर्मियों पर ग्रामीणों का हमला, 4 जवान घायल
अस्पताल में इलाज कराता जवान


भागलपुर, 26 जुलाई (हि.स.)।बिहार में भागलपुर जिले के पीरपैंती थाना क्षेत्र के लकड़ाकोल गांव में बीती देर रात अपहरण की सूचना पर छापेमारी के लिए पहुंचे कहलगांव थाने की पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया।

सिविल ड्रेस और निजी वाहन से पहुंचे सब इंस्पेक्टर दुबे देवगुरु सहित चार पुलिसकर्मियों पर पहले फायरिंग की गई। इसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और पथराव शुरू कर दिया। भागने के क्रम में सब इंस्पेक्टर देवगुरु को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और उनकी जमकर पिटाई की गई। उनके सिर में गंभीर चोट लगी है और हालत चिंताजनक बनी हुई है।

घटना की सूचना मिलते ही दूसरी पुलिस टीम मौके पर पहुंची इसमें कहलगांव थाने के सब इंस्पेक्टर शत्रुघ्न कुमार, एनटीपीसी थानाध्यक्ष सुशील कुमार और डीएसपी कल्याण आनंद शामिल थे। लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने इनपर भी हमला बोल दिया। पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए अपने जूते-चप्पल तक छोड़कर वहां से भागना पड़ा।

घायल पुलिस अधिकारी और जवानों को इलाज के लिए एनटीपीसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां सब इंस्पेक्टर देवगुरु को आईसीयू में रखा गया है। वहीं कुछ पुलिसकर्मी को इलाज के लिए शनिवार को मायागंज अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

घटना के पीछे चार साल पुराना एक हाईवा चोरी का मामला बताया जा रहा है। पीड़ित राजेश यादव लकड़ाकोल गांव के रहने वाले हैं। वैष्णो देवी से लौटे और नवगछिया स्टेशन से सबौर की ओर जा रहे थे। रास्ते में सन्हौला निवासी विजय भगत दिखे, जिस पर हाईवा चोरी का आरोप था।

राजेश ने विजय को पकड़ लिया और गांव लाकर पंचायत की विजय ने पैसे लौटाने की बात कही। लेकिन इसी बीच विजय ने अपने परिजन को कॉल कर दिया और खुद के अपहरण की सूचना पुलिस को दे दी। सूचना के आधार पर कहलगांव थाने की टीम निजी वाहन और सिविल ड्रेस में वहां पहुंची। गांव के मुहाने पर राजेश को देख पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के एक जवान द्वारा फायरिंग किए जाने से राजेश ने भी पत्थर फेंक दिया शोर सुनकर सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हो गए और पुलिस टीम को अपराधी समझ सभी की पिटाई कर दी।

ग्रामीणों की नजर में अपराधी लगे पुलिसवाले, 18 राउंड फायरिंग, डीएसपी के सामने भी हुआ। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस जब गांव में घुसी तो वे सिविल ड्रेस में थे और गाड़ी भी निजी थी। अचानक फायरिंग शुरू हो गई, जिससे उन्हें शक हुआ कि अपराधियों ने हमला किया है। इसी भ्रम में ग्रामीणों ने घेर कर हमला कर दिया।

पुलिस ने अपनी सुरक्षा में करीब नौ राउंड फायरिंग की, लेकिन भीड़ के सामने सब बेअसर रहा। जब वर्दी में दूसरी टीम मौके पर पहुंची, तब जाकर हालात काबू में आए। घायलों में सब इंस्पेक्टर देवगुरु के अलावा सुशील कुमार को दाहिने बांह में चोट आई है। जबकि अन्य दो पुलिसकर्मियों को भी गंभीर चोटें लगी हैं। पुलिस फिलहाल पूरे मामले की जांच कर रही है और हमलावरों की पहचान कर कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर