Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
गोलाघाट (असम), 26 जुलाई (हि.स.)। नेघेरिबिल क्षेत्र से अतिक्रमणकारियों को हटाने की प्रक्रिया के बीच मेरापानी के खिलंजिया (स्थानीय) मुस्लिम समुदाय ने सख्त रुख अपनाया है। मेरापानी और इस्लामपुर की जामा मस्जिद संचालन समितियों ने संयुक्त रूप से एक बयान जारी कर एलान किया कि नेघेरिबिल से बेदखल किए गए परिवारों को किसी भी हाल में उनके गांवों में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
मस्जिद समिति ने साफ शब्दों में कहा कि मेरापानी और इस्लामपुर गांवों में न तो वे परिवार जमीन खरीद सकेंगे और न ही किराए पर मकान ले सकेंगे। समिति ने राज्य सरकार के अतिक्रमण हटाओ अभियान का स्वागत करते हुए इसे पूर्ण समर्थन देने की बात कही।
समिति ने गांव के प्रत्येक परिवार को इस निर्णय से अवगत करा दिया है ताकि कोई भ्रम न रहे। दोनों गांवों के निवासियों से अपील की गई है कि वे इस निर्णय का सख्ती से पालन करें और सुनिश्चित करें कि कोई भी अतिक्रमणकारी गांव में न बस सके।
उल्लेखनीय है कि नेघेरिबिल के 2 नंबर गांव में प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने की तैयारियां जोरों पर हैं। ऐसी आशंका है कि बेदखल परिवार पास के मेरापानी और इस्लामपुर गांवों में बसने की कोशिश कर सकते हैं, जिसको लेकर गांववासियों में चिंता व्याप्त है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश