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फतेहाबाद, 26 जुलाई (हि.स.)। शनिवार को हुई सीईटी परीक्षा के दौरान महिला पुलिस कर्मचारी एचसी कृष्णा रानी ने मानवता और तत्परता का एक सराहनीय उदाहरण प्रस्तुत किया। दरअसल एक परीक्षार्थी मनजीत निवासी राजली जिला हिसार परीक्षा देने फतेहाबाद आया था, लेकिन घबराहट में अपनी आईडी (पहचान पत्र) बस में ही भूल गया।
जब वह परीक्षा केंद्र पहुंचा और जेब में आईडी तलाश की तो वह नहीं मिला। पहचान पत्र न होने के कारण वह अत्यंत निराश और परेशान हो गया तथा परीक्षा केंद्र के बाहर ही बैठकर रोने लगा। परीक्षा केंद्र पर तैनात महिला पुलिस कर्मचारी ने जब उसे इस स्थिति में देखा तो सहानुभूतिपूर्वक उससे बातचीत की। मनजीत ने अपनी समस्या बताई और कहा कि उसकी सारी मेहनत अब व्यर्थ चली जाएगी। महिला पुलिसकर्मी ने तत्परता और संवेदनशीलता का परिचय देते हुए अपने निजी मोबाइल फोन से मनजीत के परिवार से उसका आधार कार्ड मंगवाया, फिर उसे अपने वाहन में लेकर बस अड्डा चौकी पहुंची। वहां से उसकी आईडी की प्रति निकलवाई और उसे तुरंत परीक्षा केंद्र वापस लाकर परीक्षा में शामिल करवाया। परीक्षार्थी मंजीत और उसके परिजनों ने महिला पुलिस कर्मचारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यदि समय पर यह सहायता न मिलती, तो उनकी मेहनत व्यर्थ हो जाती।
फतेहाबाद पुलिस की तत्परता से 40 अभ्यर्थी समय पर पहुंचे परीक्षा केंद्र
सीईटी परीक्षा में शामिल होने जा रहे लगभग 40 परीक्षार्थियों को उस समय राहत मिली जब फतेहाबाद पुलिस की ईआरवी-225 टीम ने समय पर पहुंचकर उनकी मदद की। अभ्यर्थी सिरसा स्थित परीक्षा केंद्रों पर जा रहे थे, लेकिन नेशनल हाइवे पर स्थित गांव दरियापुर के बस अड्डे पर हरियाणा रोडवेज की बसें पुल के ऊपर से गुजरने के कारण बस अड्डे तक नहीं पहुंच रही थीं, जिससे परीक्षार्थियों को समय पर पहुंचने में कठिनाई हो रही थी। एक परीक्षार्थी बबरीक पुत्र रामस्वरूप निवासी हरिपुरा ने स्थिति को देखते हुए तुरंत डायल 112 पर कॉल कर सहायता मांगी। सूचना मिलते ही ईआरवी-225 टीम बिना विलंब के दरियापुर बस अड्डे पर पहुंची और तत्परता दिखाते हुए पुल के ऊपर से गुजर रही हरियाणा रोडवेज की एक बस को रोका तथा उसे नीचे बस अड्डे तक लाया गया। इसके बाद पुलिस टीम ने वहां मौजूद सभी करीब 40 परीक्षार्थियों को सुरक्षित और शीघ्रता से बस में बैठाया और परीक्षा केंद्र के लिए रवाना करवाया, जिससे वे समय पर परीक्षा स्थल पहुंच सके। इस त्वरित सहायता के लिए अभ्यर्थी बबरीक, उनकी पत्नी, बहन तथा अन्य सभी परीक्षार्थियों ने पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन, ईआरवी-225 टीम एवं पुलिस विभाग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस समय पर मदद न करती, तो वे परीक्षा में शामिल नहीं हो पाते।
हिन्दुस्थान समाचार / अर्जुन जग्गा