डबल इंजन सरकारों का अत्याचार : ममता बनर्जी का भाजपा शासित राज्यों पर बांग्लाभाषियों के खिलाफ 'भाषायी आतंक' का आरोप
विधानसभा की कार्यवाही की तस्वीर


कोलकाता, 24 जुलाई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को हरियाणा और राजस्थान जैसे भाजपा शासित राज्यों पर बंगाली भाषी श्रमिकों को निशाना बनाने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने इसे ‘भाषायी आतंक’ करार दिया और दावा किया कि बंगाल के नागरिकों को पहचान जांच के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है, गिरफ्तार किया जा रहा है, यहां तक कि उन्हें बांग्लादेश भेजने की कोशिश की जा रही है।

मुख्यमंत्री बनर्जी ने गुरुवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा, हरियाणा के गुरुग्राम से लगातार खबरें मिल रही हैं कि पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों से गए बांग्लाभाषी लोगों को अवैध रूप से हिरासत में लिया जा रहा है। हरियाणा पुलिस पहचान जांच के नाम पर बंगाल पुलिस से संपर्क कर रही है। यह बेहद चिंता का विषय है।

उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान से भी ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां वैध दस्तावेज रखने वाले बंगाल के नागरिकों को अवैध तरीके से बांग्लादेश भेजा गया है। ममता बनर्जी ने इन घटनाओं को ‘डबल इंजन सरकारों का अत्याचार’ बताते हुए कहा, “इन राज्यों में गरीब, असहाय बांग्ला भाषी श्रमिकों पर अत्याचार किया जा रहा है। यह भयावह और असहनीय है। हम इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस ‘भाषायी आतंक’ को तुरंत बंद किया जाना चाहिए।”

ममता बनर्जी के इस बयान को 2026 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस की चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। वे लगातार बंगाली पहचान, भाषा और संस्कृति के मुद्दे को राजनीतिक विमर्श के केंद्र में ला रही हैं।

कुछ दिन पहले ही 21 जुलाई को पार्टी के शहीद दिवस कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री ने भाजपा पर देशभर में बंगाली भाषा और संस्कृति को कुचलने का आरोप लगाते हुए ‘भाषा आंदोलन’ छेड़ने का आह्वान किया था।

तृणमूल का आरोप है कि भाजपा शासित राज्य बंगालियों के खिलाफ एक योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई कर रहे हैं और राष्ट्रीयता के नाम पर क्षेत्रीय भाषाओं और पहचान को मिटाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, हरियाणा और राजस्थान सरकारों की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। दूसरी ओर, बंगाल भाजपा के नेताओं ने पहले भी ऐसे आरोपों को “राजनीतिक लाभ के लिए गढ़ी गई झूठी कहानियां” करार दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर