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कोलकाता, 25 जुलाई (हि.स.)। देश के विभिन्न हिस्सों में काम की तलाश में गए पश्चिम बंगाल के निवासियों के साथ कथित तौर पर हो रहे दुर्व्यवहार और उत्पीड़न की खबरों के बीच, पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। पुलिस का कहना है कि इस नंबर के जरिए पीड़ित व्यक्ति या उनके परिजन सीधे तौर पर अपनी समस्याएं साझा कर सकते हैं।
पुलिस की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि उन्हें विभिन्न स्रोतों से लगातार जानकारी मिल रही है कि बंगाल के लोग, जो रोज़गार के लिए अन्य राज्यों में गए हैं, वहां कई बार उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं। लेकिन बहुत से लोग इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि ऐसी स्थिति में शिकायत किससे करें और कैसे करें।
राज्य पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अगर कोई बंगाली नागरिक या उनका परिजन किसी समस्या का सामना करता है तो सबसे पहले उन्हें अपने स्थानीय थाने में जानकारी देनी चाहिए। इसके साथ ही संबंधित जिले के कंट्रोल रूम में भी इसकी सूचना दी जा सकती है।
इसके अलावा पुलिस ने एक विशेष हेल्पलाइन नंबर 9147727666 भी जारी किया है, जिस पर केवल व्हाट्सएप के जरिए संपर्क किया जा सकता है। पीड़ित या उनके परिजन इस नंबर पर अपना नाम, पता और समस्या की जानकारी व्हाट्सएप मैसेज के रूप में भेज सकते हैं। पुलिस का कहना है कि हर शिकायत की पुष्टि कर संबंधित राज्य की पुलिस और प्रशासन से संपर्क कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब हाल ही में मालदा जिले के कालियाचक निवासी एक युवक अमीर शेख को राजस्थान में काम के दौरान पकड़कर कथित तौर पर बांग्लादेशी नागरिक समझकर देश से पुशबैक करने की कोशिश की गई। वहीं हरियाणा के गुरुग्राम में भी बंगाली भाषी युवकों को पुलिस थाने ले जाकर परेशान करने की घटना सामने आई है।
इन घटनाओं को लेकर तृणमूल कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार और अन्य राज्यों की पुलिस के रवैये पर सवाल उठा रही है और इन्हें बंगालियों के साथ भेदभाव का मामला बता रही है। राज्य सरकार के अनुसार, इस हेल्पलाइन का उद्देश्य प्रवासी बंगालियों को तत्काल सहायता मुहैया कराना है ताकि किसी भी संकट की स्थिति में वे अकेले न महसूस करें।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर