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नई दिल्ली, 24 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को दिल्ली सचिवालय में ऑनलाइन माध्यम से 34 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, 8 जन औषधि केंद्रों का उद्घाटन और अस्पताल सूचना प्रबंधन प्रणाली (एचआईएमएस) का शुभारंभ किया। इसे मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह, सामाजिक कल्याण मंत्री रविंद्र इंद्राज और विधायक मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमने दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटाइज्ड करके भ्रष्टाचार के सभी रास्तों को बंद कर दिया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आआपा) सरकार के स्वास्थ्य मॉडल पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि उसमें डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों और दवाई की कमी के साथ भ्रष्टाचार व्याप्त था। आआपा की वजह से आज दिल्ली के अस्पतालों में एक हजार लोगों पर एक बेड भी उपलब्ध नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आआपा सरकार ने किसी को पक्की नौकरी नहीं दी, जबकि दिल्ली की भाजपा सरकार ने पांच महीने में ही 1,388 नर्सों और 41 पैरामेडिकल स्टाफ को स्थायी नौकरी दी है। दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल करके भ्रष्टाचार को खत्म करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार राजधानी को आरोग्य और आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं से युक्त करने के संकल्प के साथ निरंतर कार्य कर रही है। दिल्ली में कुल 1139 आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोले जाने हैं और हमारी स्पीड देखिए, केवल जून में 33 और जुलाई में 34 नए केंद्र प्रारंभ किए गए हैं। दिल्ली में कुल आयुष्मान आरोग्य मंदिर की संख्या बढ़कर 67 हो गई है।
आज 34 पर स्थानीय विधायकों की मौजूदगी में आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोले गए। इनमें बुराड़ी (तकिया चौक), तिमारपुर (पॉलीक्लिनिक तिमारपुर), सदर बाजार (डिस्पेंसरी शाहजादा बाग), मटिया महल (क्लिनिक शाहगंज), करोलबाग (देव नगर), कोंडली (मयूर विहार फेज़-3), पटपड़गंज (पॉलीक्लिनिक कल्याणवास, एलोपैथिक डिस्पेंसरी), लक्ष्मी नगर (डिस्पेंसरी बैंक एन्क्लेव), राजेंद्र नगर (बुध नगर), हरि नगर (माया पुरी, तिहाड़ जेल परिसर), बादली (भलस्वा डेयरी), रिठाला (पॉलीक्लिनिक सेक्टर-4, रोहिणी), मुंडका (सावदा घेवरा), सुल्तानपुर माजरा (डिस्पेंसरी सुल्तानपुरी), मंगोलपुरी (डिस्पेंसरी मंगोलपुरी), वज़ीरपुर (डिस्पेंसरी वज़ीरपुर), गांधी नगर (पॉलीक्लिनिक कान्ती नगर), शाहदरा (डिस्पेंसरी मुकेश नगर), सीमापुरी (डिस्पेंसरी नंद नगरी एक्सटेंशन), सीलमपुर (डिस्पेंसरी सीलमपुर), मालवीय नगर (डिस्पेंसरी बेगमपुर), महरौली (डिस्पेंसरी पीवीआर साकेत), अंबेडकर नगर (डिस्पेंसरी दक्षिणपुरी), कालकाजी (डिस्पेंसरी कालकाजी), नजफगढ़ (डिस्पेंसरी मुंडेला खुर्द), बिजवासन (डिस्पेंसरी राज नगर द्वारका सेक्टर 8), मटियाला (डिस्पेंसरी द्वारका सेक्टर 19), नांगलोई जाट (डिस्पेंसरी ज्वालापुरी), शकूरबस्ती (पॉलीक्लिनिक पश्चिम विहार), पटेल नगर (डिस्पेंसरी प्रेम नगर), घोंडा में 2 (पॉलीक्लिनिक अरविंद नगर, पॉलीक्लिनिक यमुना विहार) शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एचआईएमएस के माध्यम से अब ओपीडी पंजीकरण से लेकर जांच, रिपोर्ट, दवाएं और एंबुलेंस सेवाओं के साथ-साथ हर सुविधा को पारदर्शी, तीव्र और पूरी तरह डिजिटल किया गया है। हमने स्वास्थ्य तंत्र में भ्रष्टाचार के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। अब हर प्रक्रिया ट्रैक होगी, हर सेवा आम नागरिक के अधिकार में होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाएं डिजिटल युग में प्रवेश कर रही है। हमारी सरकार ने 93 लाख आभा आईडी यानी आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट आईडीज क्रिएट किए हैं। अब दिल्ली के हर निवासी का डिजिटल हेल्थ कार्ड सरकार के पास होगा। ताकि उसी के आधार पर कहीं भी और किसी भी अस्पताल में वह अपना इलाज करवा सकता है। यह दिल्ली सरकार की बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि इसी तरह से एचआईएमएस भी शुरू कर दी गई है। अब अगर किसी व्यक्ति को ओपीडी, टेस्टिंग के लिए टाइम लेना है, अस्पताल से जुड़े लैब, रेडियोलोजी, मेडिकल रिकॉर्ड, बिलिंग, एंबुलेंस, एडमिनिस्ट्रेशन, हर तरह की प्रक्रिया की जानकारी लेनी है तो इस डिजिटल प्लेटफार्म पर जाकर अस्पताल से संपर्क कर सकते हैं। अब मरीज या उसका रिश्तेदार घर बैठे अपने लिए डॉक्टर से समय तय करवा लेगा। उसे कहीं धक्के खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हमारी सरकार दिल्ली की जनता का स्वास्थ्य रिकॉर्ड बना रही है। लोग अपना कार्ड प्रस्तुत करेंगे। उसकी जांच के बाद इलाज शुरू हो जाएगा। इस तरह से राजधानी के अस्पतालों का डिजिटलीकरण होना दिल्ली की प्रगति का सूचक है।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि अब दवाइयों की खरीद में भ्रष्टाचार रोक दिया गया है। अब डिजिटल प्लेटफार्म से दवाओं की खरीद की जा रही है। महंगी दवाइयों की खरीद हमने पहले भी जन औषधि केंद्र खोल कर बंद कर दी है।
उन्होंने आरोग्य मंदिर के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया कि वहां अनेक प्रकार के लैब टेस्ट किए जा रहे हैं। ये आरोग्य मंदिर प्राइमरी हेल्थ इंस्टीट्यूशन है। हमारी सरकार हर विधानसभा में 15 आरोग्य मंदिर खोलने जा रही है। यही आरोग्य मंदिर ही हमारी विधानसभा की जनता की लाइफ लाइन बनने वाले हैं। इनके जरिए हमारी सरकार इलाज की तीन श्रेणी बनाएगी, जिनमें प्राथमिक चिकित्सा, सामान्य चिकित्सा व सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा सुविधा शामिल है। आज शुरू किए गए सिस्टम इसी दिशा की ओर ले जाने का गंभीर प्रयास है।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली को मेडिकल हब बनाने के प्रयासों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया और कहा कि उनके सहयोग से राजधानी लगातार विकसित दिल्ली की ओर बढ़ रही है। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास के लिए 1700 करोड़ रुपये का बजट दिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव