हिसार : नगरपालिका की ओर से बनाए जा रहे पार्क की गुणवत्ता में उठे सवाल
नागरिकों ने की अधिकारियों से शिकायत, आंदोलन की चेतावनी हिसार, 2 जुलाई (हि.स.)। बरवाला नगरपालिका की ओर से वार्ड नंबर-3 में लगभग 15 लाख रुपए की लागत से बनाए जा रहे पार्क के निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। क्षेत्र
नगरपालिका द्वारा बनाया जा रहा। पार्क।


नागरिकों ने की अधिकारियों से शिकायत, आंदोलन की चेतावनी

हिसार, 2 जुलाई (हि.स.)। बरवाला नगरपालिका की ओर से वार्ड नंबर-3 में लगभग

15 लाख रुपए की लागत से बनाए जा रहे पार्क के निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताओं

के आरोप लगे हैं। क्षेत्र के पार्षद सहित अनेक नागरिकों ने निर्माण कार्य में ठेकेदार

द्वारा घटिया सामग्री के उपयोग और कार्य मानकों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए नगरपालिका

प्रशासन से तत्काल जांच की मांग की है।

वार्ड नंबर 3 के पार्षद राजा मेहता ने बुधवार काे बताया कि पार्क की चारदीवारी और ग्रेनाइट

पत्थरों के लगाने और निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्होंने

कहा कि वह पहले भी कई बार निर्माण कार्य की अनियमितताओं को लेकर संबंधित अधिकारियों

को सूचित कर चुके हैं, लेकिन उसके बावजूद कार्य में सुधार नहीं किया गया। उन्होंने

ठेकेदार पर निर्माण कार्य में धांधली करने का आरोप लगाया है।

राजा मेहता ने कहा कि नगरवासियों की मेहनत की कमाई से टैक्स के माध्यम से इकट्ठा

की गई राशि को अगर इस तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाया जाएगा तो यह निंदनीय है। नगर

पालिका के जूनियर इंजीनियर प्रवीण कुमार से मिलकर मौके पर जांच की मांग की है और उम्मीद

करते हैं कि प्रशासन इस विषय को गंभीरता से लेगा।

इस पूरे मामले में नगरपालिका के जेई

प्रवीण कुमार ने बताया कि पार्क के निर्माण कार्य पर करीब 15 लाख रुपए की राशि खर्च

की जा रही है, जिसमें चारदीवारी निर्माण, ग्रेनाइट लगाना सहित अन्य सौंदर्यीकरण से

जुड़ी गतिविधियां शामिल हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि निर्माण गुणवत्ता बारे शिकायतें

मिली हैं, जिनकी जांच की जा रही है। जेई प्रवीण कुमार ने कहा कि निर्माण कार्य पूरी

पारदर्शिता और तय मानकों के अनुसार करवाया जाएगा। किसी भी ठेकेदार को गुणवत्ता से समझौता

करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हम खुद मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे और यदि कोई अनियमितता

पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते

इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करवाई गई, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर

होंगे। पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग को लेकर अब यह मुद्दा बरवाला की आम जनता में

चर्चा का विषय बन गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर