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यमुनानगर, 2 जुलाई (हि.स.)। दादूपुर-नलवी नहर को डी-नोटिफाई करने से किसानों को हो रहे भारी नुकसान की लेकर दादूपुर नलवी संघर्ष समिति व किसानों ने जगाधरी की अनाज मंडी में एक संयुक्त बैठक की।
दादूपुर-नलवी नहर संघर्ष समिति के नेता अमरजीत सिंह ढिल्लो ने बुधवार को बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा दादूपुर-नलवी नहर परियोजना को डी-नोटिफाई करना किसानों के लिए लगातार मुसीबत बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई बारिश ने किसानों की परेशानी को और बढ़ा दिया है। नलवी नहर का पानी खेतों में भर गया, जिससे सैकड़ों एकड़ में खड़ी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। इस आपदा से प्रभावित किसानों में गहरा रोष है।
उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि दादूपुर-नलवी नहर का निर्माण कार्य दोबारा शुरू करवाया जाए। किसानों का कहना है कि जिन किसानों ने पैसे वापस देकर दादूपुर नलवी नहर को बंद करके उस पर खेती करनी शुरू कर दी है उसके चलते जो पिछले किसान है उनकी फसलों को और गांव को पानी से भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।किसानों ने साफ तौर पर कहा कि वें सरकार के साथ हैं, लेकिन सरकार को भी किसानों की तकलीफों को समझते हुए इस मुद्दे को प्राथमिकता देनी चाहिए।
उन्होंने चेताया कि यदि बारिश का मौसम और तेज हुआ, तो खेतों में लगी धान की फसल पूरी तरह तबाह हो जाएगी। किसानों का कहना है कि वर्तमान में धान की बुआई शुरू हो चुकी है और आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना बनी रहती है। ऐसे में यदि नलवी नहर का पानी नियंत्रित न किया गया तो फसलें डूब जाएंगी और किसान पूरी तरह से कर्ज में डूब जाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग