गुरुग्राम: फील्ड में रहकर जलभराव की मॉनिटरिंग करें अधिकारी: अजय कुमार
-उपायुक्त ने जिला में बरसात के मौसम में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए समीक्षा बैठक गुरुग्राम, 2 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मानसून के मद्देनजर जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए गए प्रबंधों को लेकर बुधवार को वीडियो कॉन्
गुरुग्राम में बरसात से जलभराव को लेकर बैठक में मौजूद अधिकारी।


-उपायुक्त ने जिला में बरसात के मौसम में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए समीक्षा बैठक

गुरुग्राम, 2 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मानसून के मद्देनजर जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए गए प्रबंधों को लेकर बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेशभर के सभी उपायुक्तों व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान निर्देश दिए कि किसी भी जिला में बरसात के मौसम में सडक़ों पर अधिक समय तक जलभराव की स्थिति नहीं बननी चाहिए।

उन्होंने कहा कि संबंधित जिला उपायुक्त जल निकासी को लेकर पंप सैट, ड्रेनज की सफाई करवाने सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें। इस कार्य में किसी प्रकार की कोताही सहन नहीं की जाएगी। गुरुग्राम के मंडल आयुक्त के कार्यालय से मंडलायुक्त आरसी बिढान की अध्यक्षता में जिला उपायुक्त अजय कुमार समेत संबंधित विभागों के अधिकारी वीसी से जुड़े।

जिला उपायुक्त अजय कुमार ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को जिला में बरसात के मौसम को लेकर किए गए इंतजामों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जिला में अधिकतर ड्रेन की सफाई का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। वहीं शेष बची ड्रेन की सफाई भी जल्द ही करवा दी जाएगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि पूरे गुरुग्राम में सभी जलभराव संभावित जगहों को चिन्हित करके पंप सैट सहित आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित कर लिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि जिला में 180 पंप सैट है जिनको आवश्यकता अनुसार जलभराव होने पर प्रयोग में लाया जा रहा है। इसके अलावा संभावित जगहों पर जलभराव को लेकर मॉनीटरिंग के लिए अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लगातार फील्ड में रहकर जिला में जलभराव से संबंधित मॉनिटरिंग करते रहें।

उन्होंने कहा कि मानसून के मद्देनजर कोई भी अधिकारी अवकाश पर न रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला में सभी ड्रेन साफ होनी चाहिए तथा जलभराव की निकासी से संबंधित सभी संसाधन चालू हालत में होने चाहिए ताकि कहीं भी जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने पर उनका प्रयोग किया जा सके। मुख्यमंत्री ने वीसी के दौरान संबंधित जिला उपायुक्तों से समाधन शिविर में आने वाली शिकायतों को लेकर भी जिलावार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उपायुक्त यह सुनिश्चित करें कि जिला में शिकायत लंबित न रहे। किसी शिकायत को रिजेक्ट किया गया है तो किस कारणवश किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर