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-सिंचाई
विभाग की 102 ड्रेनों की सफाई पूरी कर ली
सोनीपत, 2 जुलाई (हि.स.)। बरसात के मौसम में बाढ़ जैसी आपदा से बचाव के लिए जिला प्रशासन
ने कमर कस ली है। उपायुक्त सुशील सारवान ने सिंचाई, राजस्व, आपदा प्रबंधन, शहरी स्थानीय
निकाय, जनस्वास्थ्य व बिजली विभाग सहित संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे
समय रहते सभी जरूरी तैयारियां सुनिश्चित करें ताकि जान-माल की हानि से बचा जा सके।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बुधवार को सभी उपायुक्तों के साथ
वीडियो कॉन्फ्रेंस के बाद बाढ़ प्रबंधन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सभी अधिकारी
अलर्ट मोड में रहकर आपात स्थिति से निपटने को तैयार रहें। उपायुक्त ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि सोनीपत प्रशासन
पूरी तरह तैयार है। जिले में सिंचाई विभाग की 102 ड्रेनों की सफाई पूरी कर ली गई है
और पर्याप्त पंप सेट उपलब्ध हैं। यमुना नदी के आसपास संभावित बाढ़ग्रस्त गांवों में
मुनादी करवाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि ग्रामीण सचेत रहें।
उपायुक्त ने सिंचाई विभाग
को यमुना नदी, नहरों व ड्रेनों के तटबंधों की मजबूती व नियमित निगरानी सुनिश्चित करने
को कहा। सभी एसडीएम व तहसीलदारों को संभावित जलभराव क्षेत्रों का दौरा करने, स्थानीय
अधिकारियों को सक्रिय रखने तथा गांवों से निरंतर संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में हॉटस्पॉट एरिया पर नजर रखने,
मिट्टी के बोरे, नाव, लाइफ जैकेट, पंप सेट, जनरेटर, तीर-कुंडे, रस्से जैसी सामग्री
की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया। स्वास्थ्य विभाग से मलेरिया रोकथाम और जीवन
रक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही गई। सभी विभागों के अधिकारी 24
घंटे ड्यूटी पर रहें और बिना अनुमति के कोई अवकाश पर न जाए। लापरवाही पाए जाने पर सख्त
कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
इसके अलावा उपायुक्त ने बताया कि समाधान शिविरों में आईं
2831 शिकायतों में से 2012 का समाधान हो चुका है। शेष पर कार्रवाई जारी है। सभी विभागों
को इन शिकायतों को गंभीरता से लेकर समयबद्ध समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में नगर निगम आयुक्त हर्षित कुमार, एसीयूटी योगेश दिल्हौर,
एसडीएम अंजलि श्रोत्रिय, डॉ. अनमोल, डॉ. निर्मल नागर, सुभाष चंद्र, प्रवेश कादियान
व डीईओ नवीन गुलिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना