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-सार्वजनिक स्थल होने के बाद भी एंबियंस मॉल के इस फैसले पर उठ रहे सवाल
-जिन पर बैन लगाया वे मॉल के साथ लगती लैगून सोसायटी के निवासी
-सोसायटी के गेट पर वाहनों के जाम से एंबियंस मॉल प्रबंधन के बीच विवाद
गुरुग्राम, 2 जुलाई (हि.स.)। एंबियंस मॉल प्रबंधन एक अजीबो-गरीब फैसला लिया है। वैसे तो मॉल सार्वजनिक स्थल होते हैं, लेकिन मॉल में चार महिलाओं समेत पांच लोगों के प्रवेश पर मॉल प्रबंधन ने प्रतिबंध लगा दिया है। मॉल के गेट पर उनके नाम लिखकर नोटिस भी चस्पाया गया है। मॉल प्रबंधन के इस फैसले पर सवाल उठ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार एंबियंस मॉल के साथ में ही लैगून नाम से एक रिहायशी सोसायटी है। सोसायटी रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से कहा गया है कि मॉल प्रबंधन ने गलत तरीके से यातायात को डायवर्ट किया हुआ है। जिस कारण से उनकी सोसायटी के गेट के सामने जाम लग जाता है। इसे लेकर रविवार को सोसायटी के लोग इक्कठे हुए और वहां यातायात डायवर्ट को लेकर बनाए गए यू-टर्न को बंद कर दिया। यह देखकर मॉल के बाउंसर वहां पहुंचे और यू-टर्न रोकने के लिए वहां पर लगी चेन को उठाया। इस घटनाक्रम की कुछ लोगों ने वीडियो भी बनाई। मॉल की बाउंसर की ओर से सोसायटी की महिला को धमकी दी जा रही है कि-मुझे बदतमीजी के लिए मजबूर मत करो। इस बीच विवाद और गहरा जाता है। लोगों ने आरोप लगाया कि मॉल की महिला बाउसंर्स ने सोसायटी की महिलाओं के साथ हाथापाई भी की।
इस विवाद को लेकर मॉल प्रबंधन ने कहा है कि मॉल प्राइवेट प्रॉपर्टी है। सडक़ का उपयोग सभी के लिए है। किसी को भी इसे रोकने का अधिकार नहीं है। सडक़ का मेंटेनेंस एंबियंस मॉल की ओर से किया जाता है। इसलिए इस पर किसी सोसायटी या किसी व्यक्ति का अधिकार नहीं है। लैगून सोसाइटी निवासी कविता रॉय ने कहा कि एंबियंस मॉल की तरफ जाने वाली सडक़ को करीब चार माह पहले बिना किसी नोटिस के सोसाइटी के गेट के बिल्कुल सामने मोड़ दिया। इस कारण से यहां जाम की समस्या पैदा हो गई है। सोसायटी के लोग परेशान हैं। इसी परेशानी को लेकर सोसाइटी के लोगों ने भी रविवार को यूटर्न बंद कर दिया। इस दौरान मॉल की बाउंसर्स ने वहां पर बदतमीजी की। सोसाइटी के पूर्व आरडब्ल्यूए अध्यक्ष संजय लाल माथुर के मुताबिक शुरू में तो नोटिस में मौजूदा आरडब्ल्यूए प्रेजीउेंट की पत्नी का नाम लिखा गया था। बाद में उसे हटा दिया। चार और महिलाओं के नाम अभी नोटिस में लिखे गए हैं। जबकि कुछ महिलाएं तो विरोध प्रदर्शन में शामिल भी नहीं रहीं। इस मामले में फेडरेशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन के पे्रजीडेंट संजय लाल ने कहा कि मॉल की लेडी बाउंसर्स ने महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। महिला आयोग इसमें संज्ञान ले। उन्होंने सार्वजनिक नोटिस को तत्काल हटाने, माफी मांगने और रास्ते को बदलकर सोसाइटी के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर