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जम्मू, 16 जुलाई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात ने बुधवार को कहा कि उधमपुर जिले के दूदू-बसंतगढ़ जंगल में मुठभेड़ में मारा गया आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन का एक शीर्ष कमांडर था जो पिछले चार वर्षों से इस क्षेत्र में सक्रिय था।
उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि सुरक्षा बल आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए अपने अभियान जारी रखे हुए हैं और पुलिस और जनता के बीच अच्छे संबंधों पर ज़ोर दिया और कहा कि जनता के समर्थन के बिना पुलिस सफल नहीं हो सकती।
पुलिस प्रमुख ने यहाँ के पास अखनूर पुलिस स्टेशन में संवाददाताओं से कहा कि आतंकवाद-विरोधी अभियान लगातार चल रहे हैं और हाल ही में हमें दूदू-बसंतगढ़ में एक बहुत बड़ी सफलता मिली जहाँ पिछले चार वर्षों से उस क्षेत्र में सक्रिय एक वरिष्ठ और शीर्ष जैश-ए-मोहम्मद कमांडर मारा गया। अभियान जारी हैं और सभी आतंकवादियों का एक-एक करके सफाया कर दिया जाएगा।
26 जून को जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी हैदर जिसका कोड नाम मौलवी था एक मुठभेड़ में मारा गया जबकि उसके तीन साथी खराब मौसम चुनौतीपूर्ण भौगोलिक स्थिति और बसंतगढ़ इलाके के घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
हालांकि डीजीपी ने जम्मू क्षेत्र के वन क्षेत्रों में सक्रिय आतंकवादियों की सही संख्या बताने से इनकार कर दिया और कहा कि यह संख्या सार्वजनिक रूप से नहीं दी जा सकती।
डीजीपी के साथ सीआरपीएफ के महानिरीक्षक गोपाल शर्मा जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी, जम्मू-सांबा-कठुआ रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक शिव कुमार ने 2024 के लिए जम्मू-कश्मीर के पुलिस थानों की वार्षिक रैंकिंग में गृह मंत्रालय से प्रतिष्ठित 'उत्कृष्टता पुरस्कार' प्राप्त करने वाले कर्मियों को सम्मानित करने के लिए अखनूर पुलिस थाने का दौरा किया।
पुलिस थाने को पुरस्कार प्रदान करते हुए डीजीपी ने जनता के साथ उनके तालमेल के लिए थाने में तैनात अधिकारियों और कर्मियों की सराहना की और कहा कि इस साल की शुरुआत में अखनूर सेक्टर में सफल अभियान जनता से समय पर प्राप्त सुझावों का परिणाम था। उन्होंने कहा कि जनता के समर्थन के बिना पुलिस सफल नहीं हो सकती। जनता का समर्थन सभी कठिन कार्यों को आसान बना देता है अन्यथा चुनौतियाँ होंगी।
हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह