शिव मंदिर में एंट्री शुल्क को लेकर विहिप ने किया प्रदर्शन
पूर्वी सिंहभूम, 15 जुलाई (हि.स.)। दलमा स्थित प्राचीन शिव मंदिर में वन विभाग द्वारा पहली बार प्रवेश शुल्क लगाए जाने को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने इसे जजिया कर जैसा बताते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया और मंगलवार को प्रदर्शन किया। दलमा के प्राचीन शिव मंदिर
सलमा शिव मंदिर पर पूजा के लिए शुल्क लगाने पर विहिप ने प्रदर्शन किया


पूर्वी सिंहभूम, 15 जुलाई (हि.स.)। दलमा स्थित प्राचीन शिव मंदिर में वन विभाग द्वारा पहली बार प्रवेश शुल्क लगाए जाने को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने इसे जजिया कर जैसा बताते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया और मंगलवार को प्रदर्शन किया।

दलमा के प्राचीन शिव मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं से वन विभाग ने पहली बार प्रवेश शुल्क वसूलने का आदेश जारी किया है। इसके तहत पैदल श्रद्धालुओं से पांच रुपये, दोपहिया वाहन से 50 रुपये, तीन पहिया वाहन से 100 रुपये और चार पहिया वाहन से 150 रुपये शुल्क लिया जाएगा। इस निर्णय के सामने आने के बाद धार्मिक संगठनों और श्रद्धालुओं में आक्रोश है।

विश्व हिंदू परिषद ने इस आदेश को जजिया कर के समान बताते हुए कहा कि यह प्राचीन धार्मिक परंपराओं पर कर लगाने जैसा अन्यायपूर्ण कदम है। परिषद के पदाधिकारियों ने कहा कि इतिहास में जजिया कर हिंदू समाज के प्रति भेदभाव और उनकी आस्था पर हमला था। परिषद ने प्रभागीय वन पदाधिकारी, वन एवं पर्यावरण विभाग, जमशेदपुर से मांग की है कि इस आदेश को तुरंत निरस्त किया जाए और श्रद्धालुओं के हितों की रक्षा की जाए।

परिषद के विभाग मंत्री अजय गुप्ता, अरुणा सिंह और सुबिता ने भी इस निर्णय का विरोध करते हुए कहा कि सावन के पवित्र महीने में ऐसा शुल्क शिवभक्तों की आस्था और भावना को ठेस पहुंचाता है। उन्होंने आग्रह किया कि धार्मिक यात्रियों पर किसी भी प्रकार का शुल्क न लगाया जाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक