यूपी में ‘संभव अभियान 5.0’ का शुभारंभ - कुपोषण मुक्त बचपन की दिशा में एक और कदम
स्टंटिंग की दर में कमी लाने हेतु 100 आंगनवाड़ी केंद्रों पर विशेष निरीक्षण अभियान लखनऊ, 15 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु राज्य में कुपोषण को समाप्त करने और बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बेहतर बनाने
यूपी में ‘संभव अभियान 5.0’ का शुभारंभ - कुपोषण मुक्त बचपन की दिशा में एक और कदम


स्टंटिंग की दर में कमी लाने हेतु 100 आंगनवाड़ी केंद्रों पर विशेष निरीक्षण अभियान

लखनऊ, 15 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु राज्य में कुपोषण को समाप्त करने और बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से संभव अभियान 5.0 का क्रियान्वयन किया जा रहा है।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य राज्य में 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों में अतिगम्भीर कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन एवं चिकित्सीय उपचार तथा स्टंटिंग (नाटापन) की दर में प्रभावी कमी लाना है। कुपोषण की समस्या न केवल बच्चों के शारीरिक विकास को बाधित करती है, बल्कि उनके मानसिक विकास को भी प्रभावित करती है।

राज्यव्यापी संभव अभियान के पाँचवें संस्करण संभव 5.0 (2025) का शुभारंभ महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य तथा राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने लखनऊ में किया था।

14 जुलाई 2025 को समस्त नोडल अधिकारियों को निदेशालय द्वारा जूम वेबिनार के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। समस्त जिलाधिकारियों के नेतृत्व में इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिये मंगलवार को पूरे राज्य में स्टंटिंग की पहचान, निगरानी और न्यूट्रिशन ट्रैकिंग पर विशेष मापन एवं निगरानी अभियान संचालित किया जा रहा है। नोडल अधिकारियों द्वारा चयनित आंगनवाड़ी केन्द्र पर जाकर ग्रोथ मॉनिटरिंग प्रक्रिया की सघन निगरानी की जा रही है। इस अवसर पर विभिन्न जनपद के जिलाधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी व अन्य अधिकारी भी आंगनवाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण कर रहे हैं।

नोडल अधिकारियों द्वारा किये गये निरीक्षण में प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में प्रतिमाह आयोजित होने वाली जिला पोषण समिति की बैठक में नोडल अधिकारी के साथ स्टंटिंग के सम्बन्ध में विस्तार से समीक्षा की जायेगी एवं स्टंटिंग की दर में सुधार के सकारात्मक परिणाम के आधार पर आंगनवाड़ी केंद्रों को चिन्हित कर अन्य केंद्रों के लिए मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन