श्रमिक हितों से जुडे प्रस्ताव पारित : एमसीपीआईयू के पोलित ब्यूरो व केन्द्रीय कार्यसमिति की बैठक संपन्न
जोधपुर, 15 जुलाई (हि.स.)। भारत की माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (यूनाईटेड) के पोलित ब्यूरो व केन्द्रीय कार्यसमिति की बैठक मंगलवार को संपन्न हो गई। बैठक में श्रमिक हितों के विभिन्न प्रस्ताव के पारित किए गए। साथ ही बैठक में वामपंथी एकता पर बल दिया गया।
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जोधपुर, 15 जुलाई (हि.स.)। भारत की माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (यूनाईटेड) के पोलित ब्यूरो व केन्द्रीय कार्यसमिति की बैठक मंगलवार को संपन्न हो गई। बैठक में श्रमिक हितों के विभिन्न प्रस्ताव के पारित किए गए। साथ ही बैठक में वामपंथी एकता पर बल दिया गया।

महासचिव कुलदीप सिंह द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर विचार विमर्श तीसरे दिन भी जारी रहा, जिस पर सुझावों को समावेशित किया जाकर रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में पार्टी के संगठनात्मक ढांचे पर भी चर्चा की गई तथा इसे और सुदृढ़ बनाने तथा पार्टी का विस्तार करने की रूपरेखा भी तय की गई। इस तीन दिवसीय बैठक में वामपंथी जनवादी एकता पर विशेष बल दिया गया। बैठक महासचिव कुलदीप सिंह के निर्देशन में चली। समापन सत्र के मुख्य वक्ता पोलित ब्यूरो सदस्य व अखिल भारतीय किसान फैडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमसिंह भंगू रहे। इसके अतिरिक्त बैठक के अंतिम सत्र को गोपीकिशन, विजयकुमार चौधरी, रामपाल सैनी, एमवी रेड्डी, बृजकिशोर, नदीम खान, वहीदुदीन, हबीबुर्रहमान सहित उपस्थित सदस्यों संबोधित कर अपने सुझाव रखे।

बैठक में पूंजीपति वर्ग को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से श्रमिकों के हितों के विपरीत पारित किये जा रहे कानूनों की निंदा की गई तथा इसके दुष्परिणामों पर भी चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त सरकार की नवउदारवादी नीतियों की कड़ी आलोचना के साथ इसके दुष्परिणामों पर भी चर्चा की गई।

केन्द्र व राज्य सरकार की आर्थिक उदारीकरण, वैश्वीकरण व निजीकरण की नीतियों की भी आलोचना की गई। बैठक में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए सुरक्षा में हुई चूक पर चिंता व्यक्त की गई। बैठक में यह पाया गया कि बड़े दावों के बावजूद सरकार चुनाव पूर्व किये गये बड़े वायदों को पूरा करने में नाकाम सिद्ध हुई है। जहां तक उदारीकरण का प्रश्न है, केन्द्र सरकार ने रक्षा, नागरिक उड्डयन, रेल्वे, इंश्योरेंस आदि संवेदनशील क्षेत्रों में भी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को खुली छूट दे दी है।

बेरोजगारी, महंगाई, श्रम कानूनों में किये गये श्रमिक विरोधी संशोधन, श्रम कानूनों के लाभ श्रमिकों को दिलाने, न्यूनतम वेतन में वृद्धि, महंगाई, बेरोजगारी, जैसी विभिन्न ज्वलंत समस्याओं के संबंध में बैठक में प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक में वामपंथी जनवादी एकता को मजबूत बनाने, साम्प्रदायिक शक्तियों को परास्त करने के संबंध में भी प्रस्ताव पास किया गया। बैठक के अंत में प्रदेश सचिव व पोलित ब्यूरो सदस्य गोपीकिशन ने सभी प्रांतों से आये प्रतिनिधियों का धन्यवाद प्रेषित किया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश