गंज पौराणिक घाटों पर गंगा अवतरण की मांग
बिजनौर, 15 जुलाई (हि.स.)। गंगा सुधार समिति ने जिलाधिकारी को दिए गए एक ज्ञापन में विदुर कुटी तथा पौराणिक घाट गंज में गंगा की धारा लाने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि लगभग 35 सालों से विदुर कुटी व गंज के पौराणिक घाटों पर गंगा जी की दूरी बैराज बनने के
डीएम को ज्ञापन देते हुए गंगा सुधार समिति के पदाधिकारी


बिजनौर, 15 जुलाई (हि.स.)। गंगा सुधार समिति ने जिलाधिकारी को दिए गए एक ज्ञापन में विदुर कुटी तथा पौराणिक घाट गंज में गंगा की धारा लाने की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि लगभग 35 सालों से विदुर कुटी व गंज के पौराणिक घाटों पर गंगा जी की दूरी बैराज बनने के बाद लगभग 3 किलोमीटर हो गई। तब से ये पौराणिक स्थल वीरान पड़े हैं। तीन दशक पूर्व इन जगहों पर 12 महीने श्रद्धालुओं के आने से रौनक रहती थी। 2 वर्ष पहले बिजनौर में प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा जी की धारा विदुर कोठी पौराणिक घाट पर लाने की घोषणा की थी। पर वह भी घोषणा तक ही सीमित रह गई। पौराणिक घाट तथा महाभारत कालीन विदुर आश्रम से गंगा जी के दूर जाने से उत्पन्न सूनापन देख श्रद्धालुओं में निराशा व्याप्त है।

विगत कई वर्षों से गंगा सुधार समिति तथा जिला पंचायत विभाग द्वारा ऐतिहासिक छड़ी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ट्यूबवेल पंप से हर वर्ष नहाने की व्यवस्था कराई जाती है। इस मेले में दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने इस मामले में रुचि लेते हुए कहा कि वह अपने स्तर से पूरा प्रयास करेंगी तथा गंज के पौराणिक घाटों की स्थिति को देखने भी जाएंगी। जिलाधिकारी को ज्ञापन देने वालों में विकास अग्रवाल, नरेंद्र कुमार मारवाड़ी, कौशल अग्रवाल, नीरज शर्मा, डाक्टर सत्येंद्र शर्मा रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / नरेन्द्र