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अयोध्या, 15 जुलाई (हि.स.)।श्री जी फाउंडेशन की ओर से अयोध्या धाम स्थित भगवान श्रीराम धारा धमा श्रीहनुमत केलकुंज लक्ष्मणघाट में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पंचम दिवस मंगलवार को वृंदावन से आए बाल व्यास बिट्ठल त्रिपाठी जिनकी आयु 10 वर्ष की है, ने बताया कि भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पूजा कर हम सनातनियों को बताया कि हम सबका सम्मान करते हैं। किसी का अपमान नहीं करते। चाहे वह पेड़ हो, पर्वत हो, नदियाँ हों, मठ हो, मंदिर हो हम सब का सम्मान करते हैं। इसीलिए हमारा सनातन धर्म सबसे बड़ा है। बाल कथाव्यास ने श्रीहनुमंत केलकुंज में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस में बड़ी सुंदर कथा सुना करके भक्तों को भाव विभोर और आनंदमय किया। हम सभी युवा पीढ़ी के लोगों को संदेश दिया कि हमें सनातनी बनना चाहिए। क्योंकि-धर्मो रक्षति रक्षित: स: धर्म: अर्थात सनातन धर्म ही सर्वश्रेष्ठ है। अगर हम धर्म से जुड़े रहेंगे तो हमारे जीवन में भगवत कृपा होगी जिससे हमारा जीवन मंगलमय होगा। श्रीमद्भागवत कथा से पूरा मंदिर प्रांगण आहलादित रहा। जहां आस्था, श्रद्धा और भक्ति की त्रिवेणी बह रही थी। उस त्रिवेणी में भक्तगण गाेता लगाने काे आतुर दिखे। भक्तजन कथा में पूरी तरह रमे रहे। चहुंओर भक्तिमय वातावरण छाया रहा। साधु-संत से लेकर सभी भक्तगण हर्षोल्लासित दिखे। इससे पहले कथा के यजमान ने व्यासपीठ की भव्य आरती उतारी। अंत में पंचम दिवस श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम पर प्रसाद वितरित किया गया। काफी संख्या में साधु-संत एवं भक्तजनों ने भगवान की मंगलमयी कथा का श्रवण कर अपना जीवन धन्य बनाया व पुण्य के भागीदार बनें। इस अवसर पर परीक्षित हेमलता पत्नी प्रताप सिंह सेंगर, श्रीहनुमत केलकुंज पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्रीमहंत महावीर शरण महाराज, वैदेही शरण, सुमित शरण, रमेश शर्मा, बाबा अर्जुन सिंह सेंगर, शिवम शर्मा समेत सैकड़ों लाेग मौजूद रहे। वहीं आचार्य जगमाेहन त्रिपाठी ने बताया कि श्रीहनुमत केलकुंज मंदिर प्रांगण में सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा चल रही है। जिसका 17 जुलाई को समापन हाेगा। 18 जुलाई को संताें का भंडारा प्रस्तावित है।
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय