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पिछले 24 घंटे से अधिक समय से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते उफान पर नदी- नाले
झांसी, 13 जुलाई (हि.स.)। जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने रविवार को जनपदवासियों से अपील करते हुए बताया कि रविवार की प्रातः माताटीला बांध से लगभग 45000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश के कारण माताटीला बांध से 90000 से 150000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है। पानी छोड़े जाने के कारण कई गांव प्रभावित होने की संभावना पर उन्होंने नदी के किनारे बसे गांवों को सतर्क रहने की हिदायत दी। कहा, नदी किनारे बसे गांव के ग्रामीण किसी भी दशा में नदी के मध्य टापू पर न जाएं और न ही नदी के किनारे किसी भी तरह की गतिविधि करें।
उन्होंने बताया कि मातातीला से छोड़े गए पानी को दृष्टिगत रखते हुए सुकुवां-ढुकुवां बांध, पारीछा बांध एवं पहाड़ी बांध पर प्रशासन की सतत् दृष्टि बनी हुई है। यदि कोई समस्या हो तो कलेक्ट्रेट स्थित जन सुविधा केंद्र के कंट्रोल रूम के फोन नंबर- 0510-2371199, 2371100 पर तत्काल सूचना दें। अधिशासी अभियंता बेतवा ने बताया कि 13 जुलाई को ढुकुवां बांध से 25888 क्यूसेक, पारीछा बांध से 134500 क्यूसेक,पहूंज बांध से 8000 क्यूसेक,डोंगरी बांध से 5000 क्यूसेक, पहाड़ी बांध से 281410 क्यूसेक,लहचूरा बांध से 288100 क्यूसेक,कुमार बांध से 2053 क्यूसेक एंव पथरई बांध से 3205 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
उन्होंने ऐसे गांव जो नदी किनारे हैं और पानी छोड़े जाने की स्थिति में प्रभावित होने वाले हैं, वहां के ग्राम प्रधान, ग्राम निगरानी समिति, लेखपाल, सचिव सहित अन्य सभी को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सभी लोग पूर्ण सतर्क रहते हुए नदी के बढ़ते जल स्तर पर सतत् दृष्टि बनाए रखें और लगातार जानकारी देते रहे। उन्होंने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि नदी के तट के किनारे कोई गो-आश्रय स्थल है तो वहां पर विशेष सतर्कता बरती जाए। उन्होंने कहा कि पशु हानि और जन हानि किसी भी दशा में ना हो इसे अवश्य सुनिश्चित कर लिया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि नदी किनारे गांव में गोताखोर तथा नाव की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि वक्त रहते लोगों को दुर्घटना से बचाया जा सके। रपटे पर यदि पानी का बहाव बहुत तेज है तो सड़क पार करने से बचें और दूसरों को भी बचाएं और ऐसे गांव की जानकारी तत्काल मुख्यालय पर उपलब्ध कराएं।
नदी किनारे स्थित इन गांवों को चेतावनी
नदी किनारे बसे गांव पठगुवां, बम्हौरी सुहागी, देवरीसिंह पुरा, भकोरो, पचोरो, खरकासानी, रजपुरा, उल्दन, लुहरगांव, अतपेई, नवादा, सकरार, घाट लहचूरा, नयागांव, बरुआमाफ, तिलैरा, खनुवां, खंदकरा, इटायल, स्यावरी, रेवन, बुढ़ाई, बचेतरा, भानपुरा, खकौरा, विरगुवां, महेवा, मुराटा, घुसगुवा, देवरा, रामनगर, देदर, चेलरा समेत अन्य गांवों को अलर्ट किया गया।
ये रहे उपस्थित
कार्यालय पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वरुण कुमार पाण्डेय, अधिशासी अभियंता बेतवा बृजेश कुमार पोरवाल, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया