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गोलाघाट (असम), 11 जुलाई (हि.स.)। बाढ़ का पानी कम हुआ है, बावजूद बाढ़ पीड़ितों की पीड़ा और समस्या कम नहीं हुई है। प्रभावित लोगों को विभिन्न प्रकार की नई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। धनश्री नदी के बढ़ते पानी ने सबकुछ तहस-नहस कर दिया है। बाढ़ का पानी कम हुआ है, अब घरों की स्थिति में कुछ सुधर हुआ है, लेकिन बाकी समस्याएं अभी खत्म नहीं हुई हैं। रास्ते, मकान जहां क्षतिग्रस्त हुए हैं, वहीं भोजन एवं पेयजल के साथ ही बीमारियों के पैदा होने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
भले ही पानी कम हो गया है, लेकिन बाढ़ से पीड़ित लोगों की पीड़ा कम नहीं हुई है। अभी भी 3 नंबर कैवर्त्त शाउतली में यातायात के लिए एकमात्र उपाय केले का तना है। रास्ते पर अभी भी पानी भरा हुआ है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई दिनों तक बाढ़ में फंसे लोगों की खबर लेने के लिए इस क्षेत्र में कोई जनप्रतिनिधि भी नहीं आया। जनप्रतिनिधियों की अनदेखी से ग्रामीण बेहद मायूस हैं। उनका आग्रह है कि अब भी कोई आकर हमारी सुध ले, हम बेहद समस्याओं में घिरे हुए हैं।
ज्ञात हो कि पड़ोसी राज्य नगालैंड में हुई मूसलाधार बरसात के कारण धनश्री नदी नदी में अचानक उफान आ गया, जिसके चलते गोलाघाट जिले के पांच रेवेन्यू सर्किल में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी। प्रशासन ने कुल 37 सहायता शिविर स्थापित किये थे। हालांकि, पानी उतरने के चलते अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / किशोर मिश्रा