सूरजपुर : विश्व जनसंख्या दिवस पर जनसंख्या नियंत्रण, बालिका शिक्षा और सशक्तिकरण के काे लेकर निकाली गई रैली
सूरजपुर, 11 जुलाई (हि.स.)। विश्व जनसंख्या दिवस के महत्वपूर्ण अवसर पर आज शुक्रवार काे सूरजपुर में जनसंख्या नियंत्रण, बालिका शिक्षा और सशक्तिकरण के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से रैली का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा
विश्व जनसंख्या दिवस पर  जनसंख्या नियंत्रण


सूरजपुर, 11 जुलाई (हि.स.)। विश्व जनसंख्या दिवस के महत्वपूर्ण अवसर पर आज शुक्रवार काे सूरजपुर में जनसंख्या नियंत्रण, बालिका शिक्षा और सशक्तिकरण के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से रैली का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के दिशा-निर्देशन तथा विनीता वार्नर, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन सम्पन्न हुआ। रैली को मानवेन्द्र सिंह, प्रथम जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश ने जिला न्यायालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर न्यायिक न्यायिक समुदाय और विभिन्न सरकारी विभागों के महत्वपूर्ण अधिकारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और गरिमामय बना दिया।

जिला न्यायालय के समस्त न्यायिक अधिकारीयों के साथ-साथ, महिला बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी इस जागरूकता अभियान में सक्रिय रूप से शामिल हुए। यह जागरूकता रैली जिला न्यायालय से आरंभ होकर शहर के मुख्य मार्गों से गुजरी जिसमें पुराना कलेक्टोरेट सूरजपुर भी शामिल था, और अंततः शासकीय कन्या आत्मानंद विद्यालय पर समाप्त हुई। रैली में प्रतिभागियों ने उत्साह पूर्वक विश्व जनसंख्या दिवस के महत्व को दर्शाने वाले बैनर उठाए हुए थे, जो जनसंख्या वृद्धि के प्रमाओं और परिवार नियोजन की आवश्यकता पर प्रकाश डाल रहे थे। इसके अतिरिक्त, महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख योजना बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ, और सेव गर्ल चाइल्ड जैसे सशक्त संदेशों वाले बैनर भी रैली का अभिन्न अंग थे। इन बैनरों के माध्यम से समाज में लड़कीयों के महत्व, उनकी शिक्षा और सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाई गई।

इस आयोजन का प्राथमिक उद्देश्य समाज में जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति जागरूकता पैदा करना, छोटे परिवार के लाभों को उजागर करना और विशेष रूप से लड़कीयों के अधिकारों और अवसरों को बढ़ावा देना था। रैली ने स्थानीय समुदाय को इन महत्वपूर्ण सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार करने और समारात्मक चदलाव लाने के लिए प्रेरित किया। यह कार्यक्रम स्वस्थ और प्रगतिशील समाज के निर्माण में विधिक सेवा प्राधिकरण और अन्य सरकारी विभागों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय