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धर्मशाला, 10 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय कायाकल्प कार्यक्रम के तहत जिला कांगड़ा के लिए वित्तिय वर्ष 2024-25 अत्यंत उपलब्धिपूर्ण रहा है। जिला कांगड़ा के कुल 131 स्वास्थ्य संस्थानों ने विभिन्न श्रेणियों में कायाकल्प मानकों की कसौटी पर खरा उतरते हुए क्वालिफाई किया। इवी कड़ी में सिविल अस्पताल पालमपुर ने कायाकल्प मानकों पर खरा उतरते हुए कैटेगिरी एक में जिला भर में प्रथम स्थान हासिल किया है जबकि जोनल अस्पताल धर्मशाला को दूसरा स्थान मिला है। पालमपुर अस्पताल को इसके लिए 35 लाख पुरुस्कार के रूप में मिलेंगे। जोकि जिला कांगड़ा की स्वास्थ्य प्रणाली की गुणवत्ता, समर्पण और सेवा उत्कृष्टता का परिचायक है।
मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी ने बताया कि कायाकल्प मानकों में जिला कांगड़ा के उत्कृष्ट प्रदर्शनकरने वाले स्वास्थ्य संस्थानों की कैटेगरी-एक में बड़े स्वास्थ्य संस्थानों (सीएच/जोनल अस्पताल) में सिविल अस्पताल पालमपुर को प्रथम स्थान तथा जोनल अस्पताल धर्मशाला को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए द्वितीय स्थान जबकि सिविल अस्पताल कांगड़ा को प्रथम बार सहभागिता व सांत्वना पुरस्कार मिला है ।
वहीं कैटेगरी-2 में सीएचसी बीड़ को सांत्वना पुरस्कार के साथ एक लाख पुरस्कार राशि के तौर पर मिले हैं। इसी तरह कैटेगरी-3 में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/आयुष्मान आरोग्य मंदिर चुने गए हैं जिनमें पीएचसी धडूं को प्रथम स्थान के साथ 2 लाख पुरस्कार राशि तथा आयुष्मान आरोग्य मंदिर कोट पलाहडी नूरपुर हैल्थ ब्लाक, को प्रथम स्थान, आयुष्मान आरोग्य मंदिर ढन्दोल हैल्थ ब्लाक महाकाल को द्वितीय तथा आयुष्मान आरोग्य मंदिर वदूही नूरपुर हैल्थ ब्लाक को तृतीय स्थान मिला है।
डॉ गुलेरी ने बताया कि सेवा व स्वच्छता के लिये जिला कांगड़ा की इस बार की प्रगति में पिछले वर्षों की तुलना में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। वहीं स्वास्थ्य संस्थाओं ने स्वच्छता, बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन, रोगी सुविधा, सामुदायिक भागीदारी और संक्रमण नियंत्रण जैसे क्षेत्रों में गुणवत्ता मानकों को उच्च स्तर पर पंहुचाया है।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया