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चित्तौड़गढ़, 10 जुलाई (हि.स.)। वैश्विक आस्था का केंद्र बने प्रसिद्ध कृष्णधाम श्री सांवलिया सेठ की महिमा जैसे-जैसे बढ़ रही है वैसे-वैसे चढ़ावे में भी इजाफा होता जा रहा है। एक ओर भगवान के चढ़ावे में बढ़ोतरी हो रही है, वहीं भगवान सांवलिया सेठ के नाम पर फर्जी स्केनर और फेसबुक आईडी बना कर भक्तों से ठगी का खेल करने का भी मामला सामने आया है। इस मामले में मंदिर प्रशासन ने पुलिस अधीक्षक को भी पत्र लिखते हुए फर्जी फेसबुक आईडी को ब्लॉक करवा कर आमजन व सांवलिया सेठ के श्रद्धालुओं को सावधान रहने की अपील की है।
जानकारी में सामने आया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने श्री सांवलिया सेठ दर्शन मंडफिया के नाम से फेसबुक आइडी बनाई। इसमें उसने श्री सांवलिया सेठ की सेवाओं में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करने और सांवलिया सेठ को बिजनेस पार्टनर बनाने की बात कही थी। इस आईडी में विभिन्न श्रेणियों में भगवान के यहां प्रतिदिन होने वाले खर्च को लेकर उस पर लगने वाले रुपए की जानकारी दी थी। फेसबुक आईडी में पोषाक विवरण पर खर्चे की जानकारी देते हुए बताया कि कोर किनारी वेलवेट वागा 1150 रुपए, मखमल वागा 650 रुपए, सादा वागा 400 रुपए, माखन मिश्री मनोरथ 1100 रुपए, राजभोग मनोरथ 4 हजार रुपए, फलाहर मनोरथ 1100 रुपए और अमावस्या ब्रह्म भोज महाप्रसाद 5 लाख रुपए बताया था। जानकारी के अनुसार इसके लिए बकायदा फेसबुक पर स्केनर भी जारी किया था, जिसके माध्यम से रूपया खाते में ट्रांसफर हो सकता है। इस मामले की जानकारी मिलने पर मंदिर मंडल प्रशासन ने फेसबुक आईडी को ब्लॉक करवाते हुए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिख कर एफआईआर दर्ज कराई है। इस संबंध में मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रभा गौतम ने बताया कि फर्जी फेसबुक आईडी की जानकारी मिली थी और उसे ब्लॉक करवा दिया गया है। इस संबंध में साइबर थाने के प्रभारी एवं पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वर चौहान ने बताया कि श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल की रिपोर्ट मिली थी। इसके आधार पर जांच शुरू कर दी है। फेसबुक से भी रिकॉर्ड मंगवाया है। रिकॉर्ड मिलने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
स्कैन करते ही आया मंदिर मंडल ट्रस्ट का नाम
जानकारी के अनुसार फेसबुक पर जो स्कैनर जारी किया गया उसे स्कैन करते ही श्री सांवलिया मंदिर मंडल ट्रस्ट का नाम दिखाई देता है, जिससे कोई भी भ्रमित हो जाता है। लेकिन उसकी यूपीआई आइडी मेरे बांके बिहारी भक्त फेमिली के नाम से बनी हुई थी। जानकारी है कि फेसबुक पर फर्जी तरीके से स्कैनर जारी करने वाले ठग ने यूपीआई आइडी में बार-बार परिवर्तन किया था। कभी बॉबी देवी तो कभी अन्य नाम से यूपीआई आइडी में बदलाव किया गया है।
फर्जी खातों से सावधान
भगवान सांवलियाजी के नाम से बनाई गई फर्जी फेसबुक आईडी व स्केनर का मामला सामने आने के बाद मंदिर मंडल की ओर से श्रद्धालुओं को सावधान रहने और फर्जी स्केनर पर किसी प्रकार का चढ़ावा नहीं डालने की अपील की गई है। वहीं बताया कि सांवलियाजी के नाम से अधिकृत वेबसाइट बनी हुई है। उन्होंने इस प्रकार की फेसबुक आईडी के झांसे में नहीं आने की अपील की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल