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बीकानेर, 1 जुलाई (हि.स.)। बीकानेरवासियों के लिए एक बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धि के रूप में अब जिले में डीएनए जांच की सुविधा शुरू हो गई है। मंगलवार को विधि विज्ञान प्रयोगशाला में इस अत्याधुनिक सुविधा का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश अतुल सक्सेना और पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर ने किया।
जयपुर और उदयपुर के बाद बीकानेर राजस्थान का तीसरा ऐसा शहर बन गया है जहां डीएनए जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। प्रयोगशाला में करीब 5 करोड़ रुपए की हाईटेक मशीनें स्थापित की गई हैं और जांच संचालन के लिए विशेषज्ञ कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। साथ ही अन्य जिलों से तकनीशियन भी बुलाए गए हैं। अब तक बीकानेर संभाग से हर महीने 25 से 30 सैंपल डीएनए जांच के लिए जयपुर या उदयपुर भेजे जाते थे, जिससे रिपोर्ट आने में 1 से 2 महीने का समय लग जाता था। जिसके चलते साक्ष्यों के अभाव में मुकदमों की गति प्रभावित होती थी। लेकिन अब स्थानीय स्तर पर जांच की सुविधा उपलब्ध होने से न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि अपराधियों की पहचान और न्याय प्रक्रिया भी पहले से ज्यादा तेज और सटीक होगी। पुलिस जांच में गति लाने और पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। बीकानेर में डीएनए जांच सुविधा की शुरुआत को न्याय व्यवस्था के लिए ऐतिहासिक कदम और अपराध नियंत्रण में वैज्ञानिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव