गाय घृत अमृत, पावक, पर्जन्य व वृष्टिकर्ता: अग्निहोत्री नवरतन
जोधपुर, 26 जून (हि.स.)। सोमयाजी अग्निहोत्री पंडित नवरतन व्यास ने गाय घृत की महत्वत्ता बताते हुए कहा कि यह पांच अमृत में से एक महत्वपूर्ण अमृत है। गाय घृत ही एक महत्वपूर्ण पदार्थ है जो हवन में देवताओं तक उनका भोग आहुति के माध्यम से ले जाता है। घृत ही

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