दो लाख लोगों को नशा न करने की शपथ दिला चुके हिसार के राहुल
एक युवा, एक मिशन : राहुल शर्मा की मुहिम बनी लाखों युवाओं की नई राहहिसार, 25 जून (राजेश्वर बेनीवाल)। जिले हांसी उपमंडल स्थित गांव कुतुबपुर निवासी राहुल शर्मा ने नशा मुक्ति के क्षेत्र में वह कर दिखाया है, जो बड़े-बड़े संस्थान और योजनाएं भी कई बार नहीं
जागरूकता अभियान के तहत लोगों को नशे के बारे में समझाते राहुल शर्मा।


एक युवा, एक मिशन : राहुल शर्मा की मुहिम बनी लाखों युवाओं की नई राहहिसार, 25 जून (राजेश्वर बेनीवाल)। जिले हांसी उपमंडल स्थित गांव कुतुबपुर निवासी राहुल शर्मा ने नशा मुक्ति के क्षेत्र में वह कर दिखाया है, जो बड़े-बड़े संस्थान और योजनाएं भी कई बार नहीं कर पाती। बिना किसी सरकारी सहायता और मानदेय के, बीते पांच वर्षों से वे अपने दम पर नशे के खिलाफ एक संगठित और लगातार मुहिम चला रहे हैं।राहुल शर्मा वर्ष 2021 से ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के तहत मास्टर वालंटियर के रूप में कार्य कर रहे हैं। आज वे न केवल हिसार जिले, बल्कि हरियाणा के कोने-कोने में युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। उन्होंने अब तक गांवों, स्कूलों, कॉलेजों, पंचायतों और श्रमिक स्थलों पर जाकर दो लाख से अधिक लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताया और नशा न करने की शपथ दिलाई है।उनकी जागरूकता गतिविधियां सिर्फ भाषणों तक सीमित नहीं हैं। वे जगह-जगह जाकर साइकिल रैली, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रतियोगिता, संवाद सत्र, हस्ताक्षर अभियान और शपथ कार्यक्रमों के ज़रिए नशा विरोधी संदेश को जन-जन तक पहुंचा रहे हैं। खास बात यह है कि वे ये सभी गतिविधियां अपने निजी खर्चे पर आयोजित करते हैं। प्रचार सामग्री भी स्वयं तैयार करते हैं और गांव-गांव जाकर बांटते हैं। सोशल मीडिया के ज़रिए भी राहुल अभियान चलाते हैं। उनकी सेवाओं को जिला प्रशासन हिसार और समाज कल्याण विभाग ने न केवल मान्यता दी है, बल्कि सराहा भी है। शिक्षा विभाग, हरियाणा पुलिस विभाग और नेहरू युवा केंद्र जैसे कई संस्थानों ने उनके समर्पण के लिए सम्मान पत्र और प्रमाण पत्र भी जारी किए हैं।राष्ट्रीय स्तर पर भी उनके योगदान को पहचान मिली है। भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने उनके कार्य को ई-न्यूज़लेटर में प्रकाशित किया, साथ ही संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम और मंत्रालय द्वारा उन्हें रियाल चेंज मेकर की उपाधि से नवाज़ा गया। राहुल शर्मा का कहना है अगर एक भी युवा नशा छोड़कर मुख्य धारा में लौटता है, तो मेरा अभियान सफल हो जाता है। समाज में बदलाव लाना केवल सरकार की नहीं, हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर