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-भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जांच के बाद मामले सही पाया
गुरुग्राम, 25 जून (हि.स.)। सरकारी अधिकारियों व खनन माफिया के साथ मिलीभगत करके वन विभागग की जमीन पर अवैध तरीके से सडक़ का निर्माण करके रास्तोंं का अवैध खनन के लिए इस्तेमाल करने के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने तीन आरोपियों को काबू करने में सफलता हासिल की है। एसीबी प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि पर्याप्त सुबूत जुटाने के बाद ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो गुरुग्राम में आरोपी अख्तर हुसैन पुत्र उमेद खान निवासी गांव करहेडा, तत्कालीन कानूनगो चकबन्दी विभाग नूंह, जान मोहम्मद पुत्र कालू निवासी गांव अटेरना समसाबाद नूंह, तत्कालीन सहायक चकबन्दी अधिकारी नूंह, रामकुमार पुत्र स्व. परसाराम निवासी गांव सरवरपुर तहसील व जिला फतेहाबाद तत्कालीन चकबन्दी अधिकारी नूंह के खिलाफ शिकायत पर थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जांच की। जांच के दौरान आरोपियों के विरूद्ध पर्याप्त तथ्य/साक्ष्य प्राप्त होने उन्हें गिरफ्तार किया गया।
आरोप है कि तत्कालीन सरपंच हनीफ उर्फ अन्ना ग्राम पंचायत बसई मेव खण्ड फिरोजपुर झिरका जिला नूंह ने सरकारी अधिकारियों और खनन माफिया के साथ मिलीभगत करके अवैध काम किया। उन्होंने जिला नूंह के गांव बसई मेव की सीमा में वन विभाग की जमीन पर अवैध तरीके से सडक़ के निर्माण किया। इन रास्तों का इस्तेमाल अवैध खनन सामग्री को लाने ले जाने में करके अनुचित आर्थिक लाभ कमाया। एन.जी.टी. के आदेशोंं की पालना ना करके खनन विभाग के अधिकारियों ने वाहन मालिकों से मिलकर वाहनों की इनवाइस की कीमत पर कटिंग करके झूूठे शपथ पत्र देकर सरकार को कम जुर्माना भर कर वित्तीय हानि पहुंचाई है।
23 जून 2025 को इस केस में शेर मोहम्मद पुत्र ईशाक निवासी गांव बसई मेव खण्ड फिरोजपुर झिरका जिला नूंह को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीन अन्य आरोपी हनीफ उफ हन्ना पुत्र रूसतम, आरोपी शौकत पुत्र रहमान व आरोपी शाबिर पुत्र रहमान निवासी गांव बसई मेव जिला नूंह इस मामले में अभी फरार है। इन तीनों आरोपियों के विरूद्व एसीबी हरियाणा द्वारा पचास-पचास हजार रुपये नकद इनाम की घोषणा भी की है।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर