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जयपुर, 25 जून (हि.स.)। साइबर अपराधियों ने ठगी के नए तरीके अपनाते हुए अब फर्जी शेयर ट्रेडिंग और गेमिंग ऐप्स को हथियार बना लिया है। राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने आम जनता को ऐसे धोखाधड़ी से सावधान रहने की अपील करते हुए एक विस्तृत एडवाइजरी जारी की है। इसमें बताया गया है कि कैसे ये अपराधी सोशल मीडिया और तकनीक के माध्यम से भोले-भाले लोगों की मेहनत की कमाई को निशाना बना रहे हैं।
साइबर क्राइम ब्रांच के एसपी शांतनु कुमार ने बताया कि ये ठग सबसे पहले सोशल मीडिया ग्रुप्स या विज्ञापनों के जरिए लोगों को टारगेट करते हैं। वे पीड़ितों को गेम खेलने या निवेश करने के लिए आकर्षित करते हैं। शुरुआत में गेमिंग ऐप्स पर लोगों को बार-बार जीत दिलवाई जाती है और उन्हें कुछ धनराशि वापस भी दी जाती है, जिससे उनका भरोसा बढ़ता है। लेकिन यह भरोसा ही बाद में सबसे बड़ी कमजोरी बन जाता है। कुछ समय बाद गेमिंग ऐप्स पर लगातार हार होने लगती है और व्यक्ति अपनी जमा पूंजी खो देता है। इसी तरह फर्जी वेबसाइट्स विदेशी मुद्रा व्यापार या शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लोगों को ठगती हैं। शुरुआत में छोटी राशि का निवेश करवा कर लाभ दिखाया जाता है और जब पीड़ित निवेश को निकालकर देखता है तो एक-दो बार निकासी संभव भी होती है। इससे उसे लगता है कि वेबसाइट या ऐप वैध है। इसके बाद जब व्यक्ति बड़ी राशि निवेश करता है, तो उसका पैसा फंस जाता है। निकासी के प्रयास पर उससे विदेशी टैक्स, सर्विस चार्ज या अन्य शुल्कों के नाम पर और रकम मांगी जाती है। लालच में फंसा व्यक्ति बार-बार धन भेजता है और अंततः भारी नुकसान झेलता है।
राजस्थान पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे इस तरह की ठगी से सतर्क रहें और निम्न बिंदुओं का विशेष ध्यान रखें: किसी भी अपंजीकृत ऐप या वेबसाइट पर गेमिंग या ट्रेडिंग न करें। अत्यधिक रिटर्न का झांसा देने वाले ऐप्स और वेबसाइट्स से सावधान रहें। ऑनलाइन गेमिंग से यथासंभव दूरी बनाएं, विशेषकर जब वह पैसों से जुड़ी हो। किसी भी संदिग्ध गतिविधि या ठगी का शिकार होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पोर्टल अथवा अपने नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराएं।
पुलिस का कहना है कि जनता की सतर्कता और जागरूकता ही साइबर ठगों से बचाव का सबसे मजबूत उपाय है। अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने के लिए सोच-समझकर निवेश करें और किसी भी संदिग्ध ऑफर से दूर रहें।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश