कृषि विश्वविद्यालय : रोजगार के नये अवसर सृजित करता है देसी कोर्स
जोधपुर, 24 जून (हि.स.)। कृषि विश्वविद्यालय के किसान कौशल विकास केंद्र की ओर से मंगलवार को इनपुट डीलर्स के लिए कृषि विस्तार सेवाओं में डिप्लोमा देसी (देशी) के प्रथम बैच 2022-23 के विद्यार्थियों के लिए दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। समारोह में प्रथम बैच
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जोधपुर, 24 जून (हि.स.)। कृषि विश्वविद्यालय के किसान कौशल विकास केंद्र की ओर से मंगलवार को इनपुट डीलर्स के लिए कृषि विस्तार सेवाओं में डिप्लोमा देसी (देशी) के प्रथम बैच 2022-23 के विद्यार्थियों के लिए दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। समारोह में प्रथम बैच में शामिल 39 विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र से नवाजा गया। इस मौके विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ अरुण कुमार ने प्रथम बैच के विद्यार्थियों को विशेष शुभकामनाएं प्रेषित की।

समारोह के दौरान मौजूद निदेशक, प्रसार शिक्षा, डॉ प्रदीप पगारिया ने कहा कि राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान, दुर्गापुरा, जयपुर के सहयोग से आयोजित इस कोर्स के प्रथम बैच का सफलतापूर्वक समापन हुआ है।

उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि आपको अन्नदाताओं की सेवा का मौका मिला है, अत: मुनाफे के लालच में कभी किसान का अहित ना करें। उत्तम बीज व उर्वरकों से मृदा का स्वास्थ्य व आम आदमी का भी स्वास्थ्य जुड़ा है अतएव ईमानदारी से कृषक हित में काम करें।

मौके पर मौजूद कोर्स समन्वयक तखत सिंह राजपुरोहित ने कहा कि इनपुट डीलर्स सरकार व किसानों के मध्य कड़ी का काम करते हैं, अत: बेहतरीन उत्पाद व कृषि ज्ञान किसानों के बीच पहुंचाये।

समारोह में सहायक आचार्य डॉ प्रियंका स्वामी ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अन्नदाताओं के साथ ईमानदारी व निष्ठा पूर्वक किया गया व्यवहार ही वास्तविक देशसेवा होगी। इस दौरान विद्यार्थियों ने भी अपने अनुभव भी साझा किए।

मनप्रीत कौर छाबड़ा को गोल्ड मेडल :

समारोह के दौरान मनप्रीत कौर छाबड़ा को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया जबकि पुखराज सिल्वर मैडलिस्ट रहे। एकवर्षीय डिप्लोमा कोर्स में सुखदेव चौधरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रथम बैच में सर्वोच्च उपस्थिति पुरस्कार श्रवण गहलोत को दिया गया। समारोह में धन्यवाद ज्ञापित जनसंपर्क अधिकारी डॉ संगीता शर्मा ने किया। इस दौरान किसान कौशल विकास केंद्र के प्रशिक्षण अधिकारी डॉ नीलिमा, प्रियंका व डॉ मनीष बेड़ा भी मौजूद रहे।

क्या है ये डिप्लोमा कोर्स :

डॉ पगारिया ने बताया कि यह एक वर्षीय डिप्लोमा कार्यक्रम है जो कृषि-इनपुट डीलरों को कृषि विस्तार सेवाओं में प्रभावी ढंग से काम करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है ताकि वे किसानों को प्रभावी ढंग से सलाह दे सकें और उनकी समस्याओं का समाधान कर सकें।

इस कार्यक्रम में कृषि, फसल उत्पादन, कीट और रोग प्रबंधन, उर्वरक और कीटनाशक उपयोग, और कृषि विस्तार सेवाओं से संबंधित विभिन्न विषयों को शामिल किया गया है। यह कार्यक्रम इनपुट डीलरों के लिए नए रोजगार के नये अवसर भी पैदा करता है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश