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कोलकाता, 24 जून (हि.स.)। सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में अभूतपूर्व अराजकता देखी गई।भाजपा विधायकों के असंसदीय व्यवहार के कारण स्पीकर ने चार विधायकों को निलंबित कर दिया था, जिसके विरोध में विधानसभा के बाहर झड़प की स्थिति बन गई। जब निलंबित विधायकों को मार्शलों के जरिए बाहर निकालने की कोशिश की गई, तो अन्य भाजपा विधायक धक्का-मुक्की करने लगे, जिसके चलते कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विधानसभा जाकर घायल कर्मचारियों से मुलाकात कीं। उन्होंने पूरे घटनाक्रम पर नाराजगी जताई और स्पीकर विमान बनर्जी से उचित कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने सिंगुर आंदोलन का हवाला देते हुए याद दिलाया कि उस वक्त कई विधायकों का वेतन काटा गया था।
मंगलवार को विधानसभा सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री समय पर सदन पहुंचीं। हालांकि अंतिम दिन भी भाजपा ने सत्र का बहिष्कार किया और उनका कोई विधायक सदन में मौजूद नहीं था। बिना भाजपा विधायकों के मौजूदगी के ममता बनर्जी ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। इसके बाद सदन से बाहर निकलकर वे स्पीकर विमान बनर्जी और कुछ मंत्रियों को साथ लेकर सीधे घायल सुरक्षाकर्मियों से मिलने गई। सोमवार को भाजपा विधायकों के साथ हुई धक्का-मुक्की में जो सुरक्षाकर्मी घायल हुए थे, उनसे उन्होंने मुलाकात की और उनकी जल्द स्वस्थ होने की कामना की। सुरक्षाकर्मियों के अनुरोध पर उन्होंने उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाई। इसके बाद सोमवार की झड़प को लेकर उन्होंने तीव्र असंतोष जताया।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि “जो लोग घायल हुए हैं, उनके लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करूंगी कि वे जल्द स्वस्थ हो जाएं।”
ममता बनर्जी ने विधानसभा में भाजपा के व्यवहार को लेकर स्पीकर से सख्त कदम उठाने को कहा। उन्होंने कहा, “मैंने सुना है कि कल कुछ सुरक्षाकर्मी घायल हुए थे और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। सिंगुर आंदोलन के समय विधायकों का वेतन भी काटा गया था।”
उन्होंने स्पीकर से कहा, “मैं यह नहीं कह रही हूं कि आप वेतन काटें, लेकिन आप एक वकील हैं, कानून को बेहतर जानते हैं, आप निश्चित ही कोई न कोई उचित कदम उठाएंगे।” हालांकि, स्पीकर पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि सभी शिकायतों की जांच करवाई जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय