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जयपुर, 24 जून (हि.स.)। राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर मंगलवार को अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस की ओर से एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया किया। यह प्रदर्शन सफाई मजदूरों की भर्ती की मांग और वाल्मीकि समाज को अलग से आरक्षण दिए जाने सहित ग्यारह सूत्रीय मांगों को लेकर किया गया। इस धरने में बड़ी संख्या में प्रदेश भर से सफाई कर्मी एवं वाल्मीकि समाज के लोगों सहित कई संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में झाड़ू लेकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के लिए जैसे ही कूच करने का प्रयास किया तो वहां मौजूद पुलिस जाब्ते ने बैरिकेट्स लगाकर उन्हें रोक लिया और काफी देर तक समझाइश कर मामला शांत करवाया। पांच प्रतिनिधिमंडल की की ओर से डीएलबी निदेशक को मांगों का ज्ञापन दिया।
अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशनलाल जैदिया ने बताया कि सफाई मजदूरों की भर्ती की मांग और वाल्मीकि समाज को अलग से आरक्षण दिए जाने सहित ग्यारह सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार को गवर्नमेंट हॉस्टल स्थित शहीद स्मारक पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आगामी 15 अगस्त 2025 को प्रदेशभर में राज्यव्यापी झाड़ू बंद आंदोलन होगा।
जैदिया ने बताया कि भजनलाल सरकार ने कई बार आश्वासन दिया, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। संगठन ने मांगों को गंभीरता से लेने की अपील करते हुए कहा कि यदि सरकार ने शीघ्र संज्ञान नहीं लिया तो यह आंदोलन व्यापक रूप ले सकता है। यह धरना शांतिपूर्ण रहा,लेकिन इसमें मजदूरों की आवाज बुलंद रही।
प्रमुख प्रदेश महामंत्री (भीलवाड़ा)राजेश धारू ने बताया कि मंगलवार को होने वाला धरना—प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से हुआ और सभी वाल्मीकि समाज के लोग अनुशासन में रहे। वहीं प्रदेश भर से आए संगठन के पदाधिकारियों की ओर से सरकार को चेताया कि अगर जल्द ही ग्यारह सूत्रीय मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो आगामी 15 अगस्त 2025 को प्रदेशभर में राज्यव्यापी झाड़ू बंद आंदोलन होगा । हमने केवल सरकार का ध्यान आकर्षण के लिए एक दिवसीय शांतिपूर्ण तरीके से यह धरना—प्रदर्शन किया है
प्रदर्शन में शामिल पदाधिकारियों का कहना था कि यदि उनकी मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया जाता,तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। इस धरना-प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की थी और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरी तत्परता से काम किया।
अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के नेताओं ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि सफाई कर्मचारी समाज के महत्वपूर्ण हिस्से हैं, लेकिन उन्हें हमेशा उपेक्षित किया जाता है। वे अपनी जान जोखिम में डालकर समाज की सफाई का काम करते हैं, लेकिन उनके काम को कभी भी ठीक से सराहा नहीं जाता। इस धरने के माध्यम से उनका उद्देश्य सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाना था।
तख्तियों पर लिखे नारों में सरकार की नीतियों के खिलाफ आक्रोश दिखा
अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस द्वारा आयोजित एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन में वाल्मीकि समाज के लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर अपनी मांगों और नाराजगी को जाहिर किया।
तख्तियों पर लिखे नारों में सरकार की नीतियों के खिलाफ आक्रोश दिखा
सफाई कर्मियों का शोषण बंद करो,
हमें हमारा हक चाहिए,
स्थायी नियुक्ति दो – ठेका प्रथा खत्म करो,
हम भी इंसान हैं जैसे संदेशों के ज़रिए वाल्मीकि समाज ने अपनी पीड़ा को शब्द दिए।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उन्हें आज भी समाज में बराबरी का दर्जा नहीं मिल रहा और सरकार व प्रशासनिक तंत्र उनकी उपेक्षा कर रहा है। उनका मुख्य उद्देश्य सफाई कर्मचारियों को स्थायी रोजगार, सामाजिक सुरक्षा, सम्मानजनक वेतन और काम के दौरान पूरी सुरक्षा उपलब्ध कराना था। इस शांतिपूर्ण धरने में पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे। धरना दोपहर तक चला और अंत में नेताओं ने ज्ञापन सौंपकर प्रदर्शन को समाप्त किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश