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निरंकारी बाल समागम का आयोजनहिसार, 22 जून (हि.स.)। सुभाष नगर स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में रविवार को निरंकारी बाल समागम आयोजन किया गया। इस समागम में जिले भर से लगभग 300 बच्चों ने भजन, गीत, कविता, नाटक व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर मिशन का संदेश दिया। बाल समागम की अध्यक्षता करते हुए मीनू ने कहा कि आज के बच्चे हमारे समाज के कल का उज्जवल भविष्य हैं। बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं उन्हें जिस माहौल में ढाला जाता है वैसे ही बन जाते हैं। बच्चों को बचपन में जो सिखाया जाता है वह उन्हें हमेशा याद रहता है। उन्होंने कहा कि निरंकारी मिशन के ये बच्चे जो कुछ भी सत्संग में सीख रहे हैं यह उनके व्यवहार में बस जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें मर्यादा व अनुशासन में रहकर जीवन व्यतीत करना चाहिए। उन्होंने निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की शिक्षाओं का जिक्र करते हुए बताया कि मनुष्य जन्म बहुत ही अनमोल है हमें व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए बल्कि सत्संग-सेवा-सिमरन में लगाना चाहिए।मीनू ने कहा कि बच्चों के मन निर्मल होते हैं यदि बचपन से ही इनमें जात-पात, भाषा, रहन-सहन आदि के आधार पर किसी से ईर्ष्या या द्वेष का भाव पैदा न होने दिया जाए तो बड़े होकर ये बच्चे समाज व देश के लिए वरदान साबित हो सकते हैं और फिर देश में अनेकता होते हुए भी एकता स्थापित करना संभव हो सकेगा। इन नन्हे मुन्ने बच्चों से यह आशा की जाती है कि वे सोशल मीडिया की और कम ध्यान दें तथा अपनी पढ़ाई के विषयों एवं खेल कूद पर विशेष ध्यान देंगे। अपने माता पिता एवं अध्यापकों का सत्कार करें तथा उनकी आज्ञा का पालन करें।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर