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बीकानेर, 22 जून (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नाजिया इलाही खान ने रविवार को बीकानेर में कहा कि यह देश हर नागरिक का है और बाबा साहेब अम्बेडकर द्वारा रचित संविधान भी सभी के लिए समान है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मैं 22 करोड़ लोगों से पूछना चाहती हूं कि उनके लिए संविधान पहले है या इस्लाम। मुझे चुनाव में उनके वोट की जरूरत नहीं है। मेरे साथ देश के 120 करोड़ लोग खड़े हैं, खड़े थे और खड़े रहेंगे।
नाजिया इलाही खान जिला उद्योग संघ सभागार में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रही थीं। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में अपने विचारों को खुलकर रखा।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में उन्होंने जमीनी स्तर पर कार्य किया है और वहां की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। कोलकाता मिनी पाकिस्तान बन चुका है, बंगाल की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ रही है। बंगाल को अब बचाना बेहद जरूरी है, उन्होंने कहा। साथ ही यह भी जोड़ा कि बंगाल और उनका रिश्ता चोली-दामन जैसा है, जिसे कोई नहीं तोड़ सकता।
नाजिया ने यह भी कहा कि बंगाल की क्षेत्रीय भाषा और वहां की समस्याएं राष्ट्रीय मीडिया में स्थान नहीं बना पातीं, जिससे वहां की जनता की आवाज दब जाती है। उन्होंने बजरंग दल और एबीवीपी जैसे संगठनों का जिक्र करते हुए कहा कि यदि वह एक आवाज उठाएं तो लाखों युवा सड़कों पर उतर आएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजीव