प्रधानमंत्री का धन्यवाद, दुनिया में बज रहा योग दर्शन का नगाड़ा
हृदयनारायण दीक्षित योग आनंद का विज्ञान है। पतंजलि के योगसूत्र में ''''चित्तवृत्ति के निरोध को ही योग'''' कहा गया है। चित्तवृत्ति के प्रभाव में ही संसार दुखमय है। आधुनिक विश्व में गलाकाट प्रतिस्पर्धा है। तनाव और अवसाद बढ़े हैं। क्रोध उफना रहा

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