जलजीवन मिशन की लंबित 1200 करोड़ की राशि का मामला केंद्र से उठाएंगे: मुकेश अग्निहोत्री
शिमला, 21 जून (हि.स.)। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शनिवार को शिमला में जलशक्ति विभाग की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्य में चल रही जल परियोजनाओं की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को लंबित कार्यों को प्राथमिकता से पूरा
मुकेश अग्निहोत्री जलशक्ति विभाग की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए


शिमला, 21 जून (हि.स.)। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शनिवार को शिमला में जलशक्ति विभाग की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्य में चल रही जल परियोजनाओं की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को लंबित कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन और लोगों तक निर्बाध जलापूर्ति सुनिश्चित करना सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल है और इस दिशा में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बैठक में उप-मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जल जीवन मिशन के तहत केंद्र सरकार से अब तक स्वीकृत 6300 करोड़ में से केवल 5100 करोड़ रुपये की ही राशि प्राप्त हुई है, जबकि 1200 करोड़ की राशि अब भी लंबित है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा जल्द ही केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा ताकि राज्य को पूर्ण वित्तीय सहायता मिल सके। इसके अतिरिक्त वित्त वर्ष 2024-25 के लिए स्वीकृत 920 करोड़ की राशि में से केवल 137 करोड़ ही राज्य को प्राप्त हुए हैं और 783 करोड़ रुपये की राशि अब भी लंबित है। उन्होंने इसे राज्य की जल परियोजनाओं की गति में बाधा बताते हुए केंद्र से इस राशि की शीघ्र आपूर्ति की आवश्यकता पर जोर दिया।

बैठक में उप-मुख्यमंत्री ने जलशक्ति विभाग के अधिकारियों से यह भी कहा कि वे समय-समय पर फील्ड में जाकर कार्यों का निरीक्षण करें और आम जनता की समस्याओं का तत्काल समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि हर स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही तय होनी चाहिए ताकि जनहित से जुड़ी योजनाएं प्रभावी ढंग से लागू की जा सकें।

मुकेश अग्निहोत्री ने यह भी कहा कि जलशक्ति विभाग में पिछले 12 वर्षों से सेवाएं दे रहे जल रक्षकों की स्थिति की रिपोर्ट शीघ्र तैयार की जाए और उसे आगामी कैबिनेट बैठक में प्रस्तुत किया जाए ताकि उनकी सेवाओं को लेकर उचित निर्णय लिया जा सके। उन्होंने विभाग से अपेक्षा की कि वह भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जल आपूर्ति योजनाओं की मजबूती और दीर्घकालिक प्रबंधन पर भी फोकस करे।

बैठक में प्रमुख अभियंता अंजू शर्मा ने उप-मुख्यमंत्री के समक्ष विभाग की विभिन्न योजनाओं, परियोजनाओं की प्रगति, बजट की आवश्यकताओं और आगामी कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि किन योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों की आवश्यकता है और विभाग किन क्षेत्रों में पहले से काम कर रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा