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हरिद्वार, 2 जून (हि.स.)। जिम कॉर्बेट से लाया गया बाघ T-8 राजाजी टाइगर रिजर्व के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। मोतीचूर रेंज से निकल देहरादून वन प्रभाग व नरेंद्र नगर डिवीज़न तक फेरा लगा चुका T-8 इन दिनों ऋषिकेश व बड़कोट रेंज के आस पास डेरा जमाये हुए है। बीती 30 मई को इस क्षेत्र जंगल मे एक युवक की मौत भी चर्चा मे बनी हुई है। शक टाइगर T-8 के साथ ही इस क्षेत्र मे मौजूद एक अन्य बाघ पर भी है। फिलहाल पार्क प्रसाशन के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बने T-8, को एक बार फिर वापस लाने का दबाव है। नीर गड्डू से लेकर बड़कोट तक कई पिंजरे लगाने पर भी सफलता न मिलने के बाद अब जल्द ही इसे ट्रेंकुलाइज करने की तैयारी की जा रही है।
कई दिनों से यह बाघ राजाजी की सीमा से बाहर है। अफसरों के नेतृत्व मे बाघ की हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। T-8 के पार्क से बाहर निकलने मे लापरवाही के चलते टाइगर मॉनिटरिंग टीम इंचार्ज समुन्द्र पाल को हटा कर नए इंचार्ज की तैनाती की गयी है। आबादी क्षेत्र मे भी लोगो से सतर्क रहने की अपील की जा रही है।
निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व कोको रोसे का कहना है कि 30 मई को हुई घटना की जाँच अभी जारी है, युवक पर टाइगर ने ही हमला किया था, जिसमे युवक की मौत हो गई थी, उस क्षेत्र मे T-8 के अलावा एक और टाइगर का भी मुवमेंट देखा गया है तो यह कहना मुश्किल है कि हमला कौन से टाइगर ने किया है, T-8 को ट्रेंकुलाइज करने की तैयारी चल रही है। मौका मिलते ही उसको ट्रेंकुलाइज कर वापस राजाजी के बाड़े में लाया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला