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कोलकाता, 19 जून (हि. स.)। पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को एक अहम घटनाक्रम के तहत अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी के दो विधायकों—अशोक लाहिड़ी और अंबिका रॉय—के भाषणों को कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटा दिया। यह कार्रवाई तब की गई जब दोनों विधायक, अन्य भाजपा सदस्यों के साथ, एक विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेने के तुरंत बाद सदन से वॉकआउट कर गए।
विधानसभा में उस समय पश्चिम बंगाल बिक्री कर (विवादों के निपटारे) (संशोधन) विधेयक, 2025 पर चर्चा चल रही थी। भाजपा विधायकों के बाहर चले जाने के बाद इस विधेयक को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। इस दौरान स्वतंत्र प्रभार में वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने विधेयक पर सरकार का पक्ष रखा।
भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष ने बताया कि विधेयक को गहराई से पढ़ने का पर्याप्त समय न मिलने के विरोध में उनकी पार्टी ने मंत्री के उत्तर से पहले ही सदन छोड़ने का निर्णय लिया।
अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने भाजपा विधायकों के इस कदम को अशोभनीय और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि विधानसभा के नियमों के अनुसार, कोई भी सदस्य अपना भाषण देने के तुरंत बाद सदन से नहीं जा सकता। इसी आधार पर दोनों विधायकों के भाषणों को कार्यवाही से हटा दिया गया।
इस बीच, चंद्रिमा भट्टाचार्य ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह संशोधन राज्य सरकार और करदाताओं दोनों के हित में है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्य कर (टैक्स) को समझौते के जरिए कानूनी विवादों में गए बिना वसूल किया जा सकता है, तो यह राज्य सरकार और करदाता—दोनों के लिए फायदे का सौदा होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर