सीबीएन पर गलत कार्रवाई का आरोप लगा प्रदर्शन, कपासन विधायक बोले किसानों से वसूली कर रहे अधिकारी
चित्तौड़गढ़, 19 जून (हि.स.)। जिले की कपासन विधानसभा क्षेत्र के किसान केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन) के खिलाफ लामबंद हुए हैं। गलत कार्रवाई करने का आरोप लगा कर रूद गांव से ग्रामीण कलक्ट्रेट पहुंचे और धरना देकर प्रदर्शन किया। साथ ही एडीएम को ज्ञापन
चित्तौड़गढ़ में नारकोटिक्स अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग को लेकर किसानों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।


चित्तौड़गढ़, 19 जून (हि.स.)। जिले की कपासन विधानसभा क्षेत्र के किसान केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन) के खिलाफ लामबंद हुए हैं। गलत कार्रवाई करने का आरोप लगा कर रूद गांव से ग्रामीण कलक्ट्रेट पहुंचे और धरना देकर प्रदर्शन किया। साथ ही एडीएम को ज्ञापन सौंप नारकोटिक्स पर गलत कार्रवाई करने और वसूली का आरोप लगाया। इतना ही नहीं धरने पर विधायक अर्जुनलाल जीनगर भी पहुंचे, जिन्होंने किसानों से जानकारी ली। साथ ही उन्होंने आधा दर्जन से अधिक मामलों में सीबीएन पर वसूली का आरोप लगाया है।

जानकारी में सामने आया कि नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों पर निर्दाेष किसानों को फंसाने व मुकदमे से बचाने के मामले में मोटी रकम ऐंठने के आरोप लगते हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुवार को सामने आया है, जहां जिला पर राशमी, गंगरार क्षेत्र के किसान पहुंचे। यहां नारकोटिक्स के अधिकारियों पर फर्जी मामला बना रुपये ऐंठने व निर्दाेष किसानों को फंसाने का आरोप लगाया है। रूद के एक किसान के खेत पर बुधवार को नारकोटिक्स द्वारा डाले छापे को भी फर्जी बताया। नारकोटिक्स अधिकारियों पर कार्रवाई करने और निर्दाेष किसान को छोड़ने की मांग की है। सुबह से ही बड़ी संख्या में किसान कलक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन शुरु कर दिया। इस दौरान कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर व भाजपा नेता हर्षवर्धन सिंह, विजयराज सिंह रुद पहुंचे व किसानों से बात की।

यह था मामला

किसानों ने बताया कि 18 जून को नारकोटिक्स नीमच की टीम रूद गांव में किसान रतनलाल सुखवाल के खेत पहुंची। इस किसान के नाम से अफीम का पट्‌टा है। रोज की तरह रतनलाल अपने खेत पर दूध निकालने गया। वह जैसे ही पहुंचा और नारकोटिक्स के अधिकारियों ने उसे घेर कर अफीम छिपाए जाने के स्थान के बारे में पूछा। नारकोटिक्स ने दो मुखियाओं को भी बुलाया। यहां मवेशियों के बांधने के बाड़े, पानी की मोटर के आसपास तलाशी ली। थोड़ी देर बाद एक स्थान को खोद कर वहां से केटली निकाल कहा कि यह अफीम है। इस मामले में रतनलाल सुखवाल और उसके पुत्र किशनलाल को मौके पर पकड़ लिया। इस मामले में किसानों का आरोप है कि खुले खेत पर कोई भी किसान अफीम कैसे छिपा सकता है, जहां कोई नहीं रहता। इसमें किसी तरह की साजिश की गई है।

बेटे को छोड़ने के मांगे 45 लाख

धरने पर पहुंचे किसानों ने बताया कि नारकोटिक्स के अधिकारियों ने पहले रतनलाल सुखवाल के साथ उसके पुत्र किशन को भी पकड़ लिया था। इन दोनों के ही नाम से अलग-अलग पट्‌टा है। बाद में मुखिया से बात कर किशनलाल को छोड़ते हुए 45 लाख रुपये की मांग की और मुखिया के माध्यम से राशि पहुंचाने को कहा। इस मामले में रतनलाल को गिरफ्तार कर लिया गया।

केटली में क्या, इस पर संशय

इधर, किसानों का कहना है कि जो केटली जमीन में से निकाली उसमें क्या था यह भी स्पष्ट नहीं है। इस संबंध में मुखिया से पूछा तो उसने केटली में कुछ खट्‌टी चीज होने की बात कही। किसानों का कहना है कि फर्जी तरीके से गलत चीज रख कर अफीम का केस बनाया गया है और अपने टारगेट पूरे करने के लिए इस प्रकार के मामले बनाए जा रहे है। किसानों ने बताया कि पूर्व में भी कई गांवों फर्जी मामले बना किसानों से मोटी रकम ऐंठी गई।

नारकोटिक्स के अधिकारी कर रहे वसूली-जीनगर

इस संबंध में कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर ने कहा कि उन्होंने किसानों से पूरी जानकारी ली है। नारकोटिक्स के अधिकारियों और क्षेत्रीय सांसद को भी अवगत कराया है जो उच्चाधिकारियों से बात कर रहे है। विधायक ने भी नारकोटिक्स के अधिकारियों पर फर्जी कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उनसे पूछे जाने पर कि केन्द्र और राज्य में भाजपा की सरकार है उसके बावजूद नारकोटिक्स विभाग पर लगाम क्यों नहीं है तो उन्होंने कहा कि विभाग में लम्बे समय से गंदगी भरी पड़ी है। पूर्व में भी अफीम तौल से पहले एक किसान पर फर्जी मामला बनाने का मामला सामने आया था, जिसे रूकवाया गया। उन्होंने कहा कि नारकोटिक्स विभाग ने रूद में कैलाशचन्द्र जोशी, माधवसिंह, नारायणपुरा में देवीलाल, सांवलियाजी में बब्बू खां सहित कई लोगों पर फर्जी केस बनाए है और इसके एवज में मोटी रकम की मांग कर रहे है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल