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बच्चे हैलो-हाय छोडक़र बोल रहे हैं राम-रामनित नये संस्कार सीख रहे हैं बच्चे, शिविर का समापन 29 जून को होगाहिसार, 19 जून (हि.स.)। समर कैंपों में सिखाये जाने वाले विभिन्न तरह के हुनर से अलग हटकर नगर में पहली बार जवाहर नगर स्थित श्रीराम भक्त हनुमान मंदिर में ग्रीष्म अवकाश के अवसर पर पूरी तरह अध्यात्म पर आधारित अध्यात्मिक शिविर का आयोजन किया है। मंदिर समिति के प्रधान इन्द्रचंद राठी ने बताया कि शिक्षाविद एचके शर्मा ने शिविर का शुभारंभ किया था। एक माह चलने वाले इस शिविर में 5 साल से 12 साल तक के बच्चों को संस्कारों के प्रति जागरुक करते हुए उन्हें पूरी तरह से आध्यात्मिक बातें सिखाई जा रही हैं।
शुरु में बच्चों की संख्या कम थी लेकिन सप्ताह भर में संख्या 74 तक पहुंच गई। बच्चे दादी-नानी के जाने की बजाये पूरे उत्साह से शिविर में भाग लेकर नित नया सीख रहे हैं। डॉ. रॉबिन मदान ने स्वास्थ्य से जुड़ी बातें बताई जिसे बच्चों ने पूरी जागरुकता से ग्रहण किया। उनके साथ नीमा वुमैन फोरम एसोसिएशन से डॉ. सुनीता यादव, डॉ. कविता, पूनम सिंह, मीनाक्षी, बबीता आदि भी थे।धरती माता को नमस्कार करने से शुरु होती बच्चों की दिनचर्याडॉ. सुनीता यादव की देखरेख में चल रहे अध्यात्मिक शिविर में इशु व एकता रेवड़ी के प्रयासों से बच्चे अब हैलो-हाय, गुड मार्निंग या गुड इवनिंग छोडक़र राम-राम बोलने लगे हैं। बच्चों को सिखाया गया कि दिनचर्या की शुरुआत धरती माता को नमस्कार करने से करनी चाहिये। उसके बाद अपने से बड़ों का आदर करने का पाठ पढ़ाया गया। नित्य कर्म से निवृत होकर पूजा-अर्चना करना सिखाया गया। कब कौन से मंत्र या श्लोक बोलने है, बारीकी से सिखाया गया। बच्चों को गणेश वंदना सिखाई गई। हनुमान चालीसा के साथ-साथ आरती, देवी-देवताओं से जुड़े भजन, दोहे, रामायण से जुड़े अनेक प्रेरणादायी संस्मरण, रहन-सहन, बोलचाल, खानपान आदि अनेक तरह की आवश्यक जानकारी दी गई। मंदिर में आने वाले अतिथियों या भक्तों का स्वागत भी ऊंची आवाज में राम-राम बोलकर किया जाने लगा है।माइक पर बोलने लगे हैं छोटे-छोटे बच्चेहनुमान मंदिर, जवाहर नगर में चल रहे अध्यात्मिक शिविर में सायंकाल 4 बजे से साढ़े 5 बजे तक ख्लने वाली क्लास में बच्चे पूरे उत्साह से भाग ले रहे हैं। अनेक जरुरती बातों को अपने साथ लाये कॉपी पर लिखते हैं। इशु व एकता रेवड़ी सभी बच्चों को बड़े चाव से अध्यात्क से जुड़ी बातें बताकर साथ की साथ पूछते हैं तो बच्चे फटाक से जवाब देते हैं। छोटे-छोटे बच्चे निसंकोच होकर माइक पर बोलने लगे हैं। भजन बोलने हों या फिर कुछ और सुनाना हो, तुरंत माइक हाथ में लेकर बखूबी जवाब देते हैं।गर्मी से बचने के लिये नींबू पानी व मटके का पानी पीयो : डॉ. रॉबिन मदानअध्यात्मिक शिविर में आज विशेष रुप से पहुंचे डॉ. रॉबिन मदान ने बच्चों को स्वस्थ रहने के टिप्स दिये। उन्होंने बताया कि आजकल गर्मी व लू से बचने के लिये सावधानी बरते। बिना काम से धूप में न निकलें। गर्मी से बचाव के लिये नींबू पानी में थोड़ा नमक डालकर पीओ। नारियल पानी पीओ। बर्फ का पानी मत पियो। मटके का पानी पीओ। तरबूज, लीची, पपीता, खरबूजा खा सकते हो, इनमें पानी ज्यादा होता है। गर्मी में थोड़ी सी लापरवाही से गला खराब, खांसी, जुकाम, बुखार हो जाता है। डॉ. मदान ने बच्चों को सफाई का विशेष ध्यान रखने के साथ-साथ सही ढंग से हाथ धोने की विधि बताई। बच्चों ने डॉ. मदान से अनेक सवाल किये जिनका उन्होंने बखूबी जवाब दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर