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जींद, 18 जून (हि.स.)। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने जींद में एक फैक्टरी संचालक को 30 करोड़ एक लाख 85 हजार 505 रुपये का बिल भेजा है।
इस बिल में पीक लोड एक्जम्पशन (पीएलई) के नाम पर विभाग ने 29 करोड़ 99 लाख 96 हजार 523 रुपए जोड़ दिए गए हैं।
निर्जन गांव स्थित मघान पेपर बोर्ड मिल का बिजली का बिल हर महीने डेढ़ से दो लाख रुपये का आता है लेकिन इस बार जब 30 करोड रुपये से ज्यादा का बिल आया तो मिल के मालिक विजयपाल मघान के पैरों तले की जमीन खिसक गई।
इस मामले में जब उन्होंने बिजली निगम के अधिकारियों से संपर्क स्थापित किया तो उन्होंने यह कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया कि हिसार से जनरेट होता है और इसमें वह कुछ नहीं कर सकते।
जींद में इस प्रकार अनाप-शनाप बिल आने का यह इकलौता मामला नहीं है। जींद के गांव झांझ स्थित नवनीत सेरेमिक्स का बिल भी प्रकार से आया है लेकिन उन्होंने बीते रोज निगम के अधिकारियों से बात करके बिल को ठीक करवा लिया है और उनका कहना है कि क्लेरिकल गलती थी। वह सुधर गई है।
मघान पेपर बोर्ड मिल का बिजली बिल 30 करोड़ आने के पीछे कहीं मिल के बिजली कनेक्शन को लेकर लगाई गई आईटीआई तो जिम्मेदार नहीं है।
असल में मिल के बिजली कनेक्शन को लेकर एडवोकेट शिवम मघान ने 21 मई को एक आरटीआई लगाई थी। जिसमें उन्होंने अपने बिजली कनेक्शन को लेकर सवाल किए थे कि यह कनेक्शन कब इंस्टॉल हुआ था और इसकी कितनी सिक्योरिटी जमा की गई थी।
आईटीआई के माध्यम से यह भी पूछा गया था कि जो सिक्योरिटी जमा की गई थी उसे पर ब्याज का क्या नियम है और निगम ने कब-कब ब्याज दिया है।
मिल प्रबंधन को लगता है कि इस आईटीआई का जवाब देने की बजाय निगम ने उन्हें परेशान करने के लिए यह कदम उठाया है।
इस मामले में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता मदनलाल ने कहा कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है लेकिन अब वह इसका पता करवाएंगे और देखेंगे कि ऐसा क्यों हुआ है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा