साइबर क्राइम होने पर 1930 नंबर पर तुरंत करें सम्पर्क
डिजिटल व्यवस्था के चलते अपराधभी  बदल रहे स्वरूप : मोहित चावला ,डी आई जी  ,साइबर क्राइम


नाहन, 13 जून (हि.स.)। डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला शुक्रवार को अपने सिरमौर प्रवास के दौरान जिला मुख्यालय नाहन पहुंचे, जहां पुलिस विभाग द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत और अभिनंदन किया गया। इसके उपरांत उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और साइबर अपराधों में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर अहम जानकारियां साझा कीं।

उन्होंने कहा कि डिजिटल लेनदेन और तकनीकी विकास के साथ-साथ अपराधों का स्वरूप भी बदल गया है। आजकल साइबर ठगी, धोखाधड़ी और प्रलोभन जैसे अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। चावला ने बताया कि हिमाचल प्रदेश देश में डिजिटल रूप से दूसरे सबसे अधिक परिपक्व राज्य के रूप में उभरा है, लेकिन इसके साथ साइबर खतरों का जोखिम भी बढ़ा है।

डीआईजी ने बताया कि साइबर अपराधों पर त्वरित कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार द्वारा '1930' हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया है, जो 24x7 सक्रिय रहता है। कोई भी व्यक्ति अगर साइबर ठगी का शिकार होता है, तो वह इस नंबर पर तुरंत संपर्क करके सहायता प्राप्त कर सकता है। यह सुविधा बेहद सरल और सुलभ है और घरों से भी इसका लाभ लिया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में फिलहाल 10 साइबर कमांडो तैनात किए गए हैं, जिन्हें विशेष साइबर प्रशिक्षण दिया गया है। भविष्य में इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी। साथ ही राज्य के थानों को भी साइबर नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है, ताकि सूचना का आदान-प्रदान तेज़ और कारगर हो सके।

डीआईजी चावला ने कहा कि '1930' हेल्पलाइन को लेकर जनता का अच्छा रेस्पॉन्स देखने को मिल रहा है। यहाँ तक कि बच्चे भी जागरूक होकर साइबर अपराध की जानकारी साझा कर रहे हैं।

चावला ने आम लोगों को आगाह किया कि वे अनजान लिंक पर क्लिक न करें, और यदि कोई बैंक संबंधी जानकारी प्राप्त होती है तो उसे केवल बैंक से सत्यापित करें। फिर भी यदि कोई साइबर ठगी होती है, तो बिना देरी किए '1930' पर संपर्क करें।

हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर