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शिमला, 14 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन के मुख्य अभियंता रहे विमल नेगी की रहस्यमयी मौत के मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) आगामी 16 जून को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में अपनी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर सकती है। इसी दिन मामले की सुनवाई निर्धारित है जिसमें पावर कारपोरेशन के पूर्व प्रबंध निदेशक और आईएएस अधिकारी हरिकेश मीणा की अंतरिम जमानत पर सुनवाई होगी। मीणा को पहले से अंतरिम राहत मिली हुई है।
सीबीआई की टीम ने पिछले कुछ दिनों में मामले से जुड़े दस्तावेजों और बयान दर्ज करने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। फिलहाल अब तक हुई पूछताछ और प्राप्त रिकॉर्ड का गहन विश्लेषण किया जा रहा है। माना जा रहा है कि जांच एजेंसी जल्द कुछ बड़ी गिरफ्तारियां कर सकती है, जिससे मामले में नया मोड़ आ सकता है।
बता दें कि 18 मार्च को बिलासपुर स्थित गोबिंद सागर झील से मुख्य अभियंता विमल नेगी का शव बरामद किया गया था। वह 10 मार्च से लापता थे। नेगी की पत्नी किरण नेगी ने अपने पति की मौत को संदिग्ध बताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने पावर कारपोरेशन के तत्कालीन एमडी हरिकेश मीणा और निदेशक देशराज सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे।
इस शिकायत के आधार पर न्यू शिमला थाना में एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें हरिकेश मीणा और निलंबित निदेशक देशराज को नामजद किया गया। सीबीआई इन दोनों अधिकारियों से पूछताछ की प्रक्रिया में जुटी है। देशराज से पूछताछ हो चुकी है जबकि मीणा से पूछताछ अभी बाकी है।
मामले में पहले शिमला पुलिस और पुलिस मुख्यालय की विशेष जांच टीम (एसआईटी) जांच कर रही थी। इसके अलावा राज्य सरकार ने गृह सचिव की अध्यक्षता में भी एक विशेष टीम का गठन किया था औऱ इसकी रिपोर्ट को भी सीबीआई ने अपने कब्जे में ले लिया है। हाईकोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच सीबीआई को सौंपी थी। वहीं शिमला के एसपी संजीव गांधी ने भी व्यक्तिगत स्तर पर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है, जिस पर आगामी 14 जुलाई को सुनवाई होगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा