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शिमला, 13 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के योग विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में एक सप्ताह तक चलने वाले विशेष कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का विषय है असंक्रामक व्याधियों के निदान के लिए योगाभ्यास। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य महावीर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि अधिष्ठाता अध्ययन आचार्य बीके शिवराम और पूर्व आचार्य रीटा भल्ला विशिष्ट अतिथि रहे।
कुलपति ने कहा, योग मेरे दिल के बेहद करीब है। एक भौतिक वैज्ञानिक के रूप में मैंने इसकी सूक्ष्मता को स्वयं अनुभव किया है। जीवन की हर सकारात्मक सोच के मूल में योग है और यही इसे प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण बनाता है। आने वाले समय में योग को प्रत्येक शैक्षणिक विभाग से जोड़ना जरूरी होगा, क्योंकि भविष्य क्वांटम कंप्यूटिंग का है। उन्होंने समझाया कि जहां क्लासिकल कंप्यूटर किसी कार्य को पूरा करने में लंबा समय लेते हैं, वहीं क्वांटम कंप्यूटर वही कार्य कुछ मिनटों में संपन्न कर सकते हैं।
कुलपति ने सुझाव दिया कि योग विभाग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस के साथ समन्वय स्थापित करना चाहिए, ताकि योग को वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से और अधिक प्रभावशाली बनाया जा सके। कहा कि विभाग को सेमिनार और कार्यशालाएं पूरी प्रतिबद्धता और गंभीरता से आयोजित करनी चाहिए और ऐसे आयोजनों में केवल औपचारिकताओं तक सीमित नहीं रहना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान योग विभाग के छात्रों और शिक्षकों ने भी अपनी सहभागिता दिखाई और आने वाले दिनों में विभिन्न योग सत्रों, जागरूकता कार्यक्रमों एवं विशेषज्ञ व्याख्यानों का आयोजन किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला