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मीरजापुर, 12 जून (हि.स.)। भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष काशी दिलीप सिंह पटेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की 11 वर्षों की उपलब्धियां गिनाने के साथ विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया और कांग्रेस की नाकामियां भी गिनाई। उन्होंने कहा कि अब देश वंश नहीं, विकास देखता है। नारे नहीं, नतीजे मांगता है और इस कसौटी पर कांग्रेस फेल हो चुकी है। पाकिस्तान को लेकर भारत का नया रुख पूरी दुनिया के लिए साहसिक नेतृत्व का उदाहरण बन गया है।
उन्होंने कहा कि भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में शायद ही कोई ऐसा मोड़ आया हो, जहां जनता ने इतनी स्पष्टता से पुरानी राजनीति को नकारा हो। बरौधा कचार स्थित भाजपा जिला कार्यालय पर क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप ने 'हिन्दुस्थान समाचार' से बातचीत के दौरान कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया और कहा कि कांग्रेस अब केवल नाम है, काम का कोई चिन्ह नहीं। लोगों ने उन्हें बार-बार अवसर दिया, लेकिन वे 'कुर्सी को विरासत' और 'घोटालों को संस्कार' मान बैठे।
कांग्रेस क्यों आउट हो गई? दिलीप सिंह पटेल ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति 'गांधी-नेहरू परिवार' तक सीमित रही। योग्यता नहीं, वंश परंपरा प्राथमिक रही। 2जी, सीडब्ल्यूजी, कोयला जैसे घोटालों ने न केवल देश को शर्मसार किया, बल्कि युवा भारत का भरोसा भी तोड़ा। 26/11 हमले के बाद कांग्रेस सिर्फ भाषण देती रही, कोई ठोस जवाब नहीं। मोदी सरकार ने इस कमजोरी को अवसर में बदला। 60 वर्षों में जिस पार्टी ने गांव तक बिजली न पहुंचाई, वो अब विकास का दावा करती है। जनता इसे बखूबी समझती है। राष्ट्रहित पर सत्तालोलुपता भारी रही। यही वजह है कि आज कांग्रेस राजनीति के हाशिए पर पहुंच गई है।
मोदी सरकार का ‘जीरो टॉलरेंस’ सिद्धांत सीमाओं की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब जानता है भारत चुप नहीं रहेगा, जवाब देगा। कांग्रेस सरकारें वर्षों तक पाकिस्तान को 'परमाणु बम वाले देश से डरने योग्य पड़ोसी' मानती रही, लेकिन मोदी सरकार ने इस सोच को उलट दिया। डरने के बजाय भारत अब चुनौती देने की स्थिति में है। पाकिस्तान के परमाणु गीदड़भभकी अब काम नहीं करती। मोदी के नेतृत्व में भारत सिर्फ परमाणु शक्ति नहीं, नीति शक्ति भी बन चुका है।
बदलाव जो दुनिया ने देखा उन्होंने कहा कि 2016 में उरी हमला के बाद सर्जिकल स्ट्राइक हुआ। पहली बार भारत ने सीमा पार जाकर आतंकी ठिकानों को खत्म किया। 2019 में पुलवामा के जवाब में बालाकोट एयरस्ट्राइक हुआ। जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया गया। गलवान वैली का जवाब दिया। चीन के सैनिकों से सीधी भिड़ंत में भारतीय सेना ने दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर किया, पाकिस्तान ने सबक सीखा। पाकिस्तान के परमाणु बम की गीदड़भभकी का भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया। कांग्रेस सरकार जहां सिर्फ कड़ी निंदा करती थी, वहीं मोदी सरकार ने कार्रवाई करके दिखाया।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा